पार्षदों ने दिया सामूहिक इस्तीफा

मोतिहारी : शहर की सफाई व्यवस्था को बाधित करने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालनेवाले गैर अनुबंधित कर्मियों पर कार्रवाई में प्रशासन के दोहरे चरित्र से नाराज मोतिहारी नप के सभी 38 पार्षदों ने शनिवार को सामूहिक त्याग पत्र दे दिया है. पार्षद मंडल ने त्याग पत्र की सूची प्रधान सचिव नगर आवास एवं विकास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2017 4:52 AM
मोतिहारी : शहर की सफाई व्यवस्था को बाधित करने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालनेवाले गैर अनुबंधित कर्मियों पर कार्रवाई में प्रशासन के दोहरे चरित्र से नाराज मोतिहारी नप के सभी 38 पार्षदों ने शनिवार को सामूहिक त्याग पत्र दे दिया है. पार्षद मंडल ने त्याग पत्र की सूची प्रधान सचिव नगर आवास एवं विकास विभाग को भेजी है. मुख्य पार्षद प्रकाश अस्थाना एवं उपमुख्य पार्षद मोहिबुल हक ने पत्रकारों से कहा कि सरकार के आदेश के अनुसार शहर की सफाई का काम आउटसोर्सिंग एजेंसी को सौंप दिया गया है.
ऐसे में 11 माह के लिए अनुबंध पर बहाल सफाई कर्मियों की उपयोगिता नहीं रहने के बाद भी नप प्रशासन ने कर्मियों के समझ बेरोजगारी की समस्या नहीं आये इसके मद्देनजर एजेंसी के साथ काम के लिए जोड़ दिया है. जहां काम के साथ कर्मियों को मेडिकल, पीएफ सहित अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी. हालांकि अनुबंध से मुक्त कर्मी एजेंसी के साथ काम को राजी भी हो गये.
पार्षदों ने दिया
लेकिन, कुछ तत्वों द्वारा कर्मियों को भड़का कर पिछले 15 फरवरी से कार्यालय कार्य व सफाई कार्य को बाधित किया गया है. हड़ताल से बाधित काम को लेकर इओ एवं पार्षद शिष्टमंडल ने डीएम को समस्या से अवगत करायी. डीएम ने सदर एसडीओ को पहल करते हुए मामले को सुलझाने एवं नहीं मानने पर कार्रवाई का आदेश दिया.
लेकिन, एसडीओ द्वारा मामले को ज्यादातर उलझाने का काम किया गया. एसडीओ ने पहले, तो अनुबंधित कर्मियों को वापस लेने का इओ पर दबाव बनाया. वहीं कर्मियों पर प्राथमिकी के आदेश की बात सामने आने पर एसडीओ द्वारा इओ को कई दिन तक गुमराह किया गया. आठ मार्च को प्राथमिकी दर्ज होने के दौरान भी सदर एसडीओ द्वारा नगर थाने पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने को लेकर दबाव बनाया गया.

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