चलती ट्रेन में महिला का प्रसव जुड़वा बच्चों को दिया जन्म

नरकटियागंज : आनंद विहार से मुजफ्फरपुर जानेवाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में एक महिला रेल यात्री ने चलती ट्रेन में जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. इसमें महिला रेल यात्रियों में मदद की. हालांकि जन्म लेने के बाद एक शिशु की थोड़ी देर बाद मौत हो गयी, जबकि दूसरा शिशु स्वस्थ्य है. जच्चा-बच्चे को इलाज के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2017 4:37 AM

नरकटियागंज : आनंद विहार से मुजफ्फरपुर जानेवाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में एक महिला रेल यात्री ने चलती ट्रेन में जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. इसमें महिला रेल यात्रियों में मदद की. हालांकि जन्म लेने के बाद एक शिशु की थोड़ी देर बाद मौत हो गयी, जबकि दूसरा शिशु स्वस्थ्य है. जच्चा-बच्चे को इलाज के लिए नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में भरती कराया गया है. इसको लेकर सप्तक्रांति सुपरफास्ट ट्रेन नरकटियागंज स्टेशन पर 15 मिनट तक खड़ी रही.

जानकारी के अनुसार, बुधवार को डाउन 12558 सप्तक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन के एस-09 बोगी की सीट संख्या 19 पर मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र के आमोद कुमार व उनकी गर्भवती पत्नी यात्रा कर रहे थे़ वे दिल्ली से घर वापस जा रहे थे़ ट्रेन जब बगहाÂ बाकी
चलती ट्रेन में
स्टेशन के पास पहुंची, तो आमोद की पत्नी की प्रसव पीड़ा शुरू हो गयी. प्रसव पीड़ा को देख ट्रेन में यात्रा कर रही अन्य महिलाओं ने उनकी मदद की. जब ट्रेन चमुआ स्टेशन के समीप पहुंची, तो महिला यात्रियों की मदद से प्रसव कराया गया है़ प्रसूता ने एक बच्ची को जन्म दिया़ हालांकि प्रसव होने के तुरंत बाद ट्रेन में ही नवजात की मौत हो गयी़ ट्रेन नरकटियागंज जंकशन पर जैसी ही पहुंची, तो रेल प्रशासन द्वारा चिकित्सक शैलेश कुमार से महिला की जांच करायी गयी.
चिकित्सक शैलेश कुमार ने महिला की जांच के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भरती कराया, जहां अस्पताल के प्रसव कक्ष में प्रसूता ने दूसरी बच्ची को जन्म दिया है़ स्टेशन प्रबंधक लालबाबू राउत ने बताया कि स्थानीय जंकशन पर महिला को उतारने के दौरान सप्तक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन लगभग 15 मिनट तक रोका गया.
दिल्ली से मुजफ्फरपुर जा रही सप्तक्रांति ट्रेन में पति के साथ सवार थी प्रसूता
एक बच्चे की जन्म के बाद हुई मौत, दूसरा स्वस्थ्य
मुजफ्फरपुर के सकरा का रहनेवाला है दंपती, प्रसव में महिला रेल यात्रियों ने की मदद

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