मोतिहारी : मोतिहारी चीनी मिल पर वेतन व गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की मांग को ले धरना व अनशन पर बैठे आत्मदाह करने वाले दो लोगों में से एक नरेश श्रीवास्तव की मौत हो गयी है. जानकारी के मुताबिक, नरेश ने सुबह चार बजे पटना पीएमसीएच में अंतिम सांस ली. इससे पूर्व आत्मदाह की कोशिश में दो लोग गंभीर रूप से झुलस गये थे. जिनमें से नरेश को गंभीर स्थिति में पटना रेफर कर दिया गया. घटना सोमवार को चीनी मिल गेट पर घटी, जहां मोतिहारी शुगर मिल लेबर यूनियन के महामंत्री नरेश श्रीवास्तव (पताही मिर्जापुर) और उपसचिव सुरूज बैठा (बड़ा बरियारपुर) के आत्मदाह की खबर पर स्थिति भयावह हो गयी. जम कर पथराव हुआ. उग्र लोगों को रोकने के लिए पुलिस की ओर से आधा दर्जन चक्र हवाई फायरिंग और करीब एक दर्जन आंसू गैस के गोले छोड़े गये. घटना में पथराव से आठ पुलिस अधिकारी व कर्मी सहित एक दर्जन आंदोलनकारी घायल हो गये. डीएम अनुपम कुमार और एसपी जितेंद्र राणा के पहुंचने के बाद स्थिति पर नियंत्रण पाया गया. इस बीच करीब दो घंटे तक चीनी मिल गेट व बरियारपुर पथ रणक्षेत्र में तब्दील रहा.
सात अप्रैल से थे अनशन व धरना पर
बकाया मजदूरी और गन्ना किसानों के बकाया भुगतान व बंद चीनी मिल चालू करने की मांग को लेकर मोतिहारी शुगर मिल लेबर यूनियन की ओर से सात अप्रैल से मिल गेट पर धरना चल रहा था. आर्थिक तंगी झेल रहे लोग निर्णायक लड़ाई की घोषणा कर चुके थे. यूनियन के सदस्यों ने घोषणा की थी कि नौ मार्च की देर रात तक समझौता नहीं हुआ था, उसके बाद हम सब कभी भी आत्मदाह कर सकते हैं. आंदोलनकारियों का कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर कोई सार्थक प्रयास नहीं किया गया, जिसका नतीजा हुआ कि मिल से जुड़े दो लोगों ने आत्मदाह करने की कोशिश की, जो जीवन और मौत के बीच जूझ रहे हैं.
आंदोलनकारियों को उकसाया
आत्मदाह के बाद उग्र भीड़ के नियंत्रण होने के साथ डीएम अनुपम कुमार और एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि रविवार शाम सदर एसडीओ रजनीश लाल से आंदोलनकारियों की वार्ता हुई थी. वार्ता के अनुसार सोमवार को डीएम कक्ष में वार्ता होनी थी. वार्ता के लिए छतौनी पुलिस बुलाने आयी, जिस पर आंदोलनकारी टूट पड़े. गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त किया. इंस्पेक्टर विजय कुमार, दारोगा अनिल सहित आठ लोग घायल हुए. इस बीच आंदोलनकारियों ने आत्मदाह का प्रयास किया.
जम कर हुआ पथराव व हंगामा
आत्मदाह के बाद चीनी मिल गेट से दोनों ओर सड़क पर बिखरे पत्थर घटना को बयान कर रहे हैं. आंदोलन समर्थक लोगों के साथ पुलिस ने भी पथराव किया. स्थानीय लोगों की मानें, तो घर में घुस कर पुलिस ने लोगों की पिटाई की और एक दर्जन से अधिक फायरिंग की. एसपी जितेंद्र राणा ने कहा कि घटना सिरफिरे तत्वों की साजिश का परिणाम है. मामले में बचाव व भीड़ नियंत्रण के लिए तीन चक्र हवाई फायरिंग व आठ चक्र आंसू गैस छोड़े गये. सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामले में प्राथमिकी कर वीडियो फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जायेगी. घटनास्थल पर एसडीओ के साथ डीएसपी पंकज रावत व पुलिस टीम कैंप कर रही है.