आैद्योगिक विकास जरूरी : राज्यपाल

मोतिहारी : बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्य व अहिंसा के संदेश को ज्यादा प्रासंगिक बताते हुए प्रदेश व देश हित में भौतिक के साथ औद्योगिक विकास को जरूरी बताया. कहा कि छोटे-छोटे लघु उद्योगों की महत्ता आज भी है. वह गुरुवार को जिला स्कूल मैदान में आयोजित चंपारण सत्याग्रह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2017 5:43 AM

मोतिहारी : बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्य व अहिंसा के संदेश को ज्यादा प्रासंगिक बताते हुए प्रदेश व देश हित में भौतिक के साथ औद्योगिक विकास को जरूरी बताया. कहा कि छोटे-छोटे लघु उद्योगों की महत्ता आज भी है. वह गुरुवार को जिला स्कूल मैदान में आयोजित चंपारण सत्याग्रह शताब्दी सह स्वतंत्रता सेनानी सह उत्तराधिकारी सम्मान समारोह के उद्घाटन के बाद संबोधित कर रहे थे. समारोह की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि गांधी को महामंडित नहीं कर रहे,

बल्कि अपनी ऊर्जा व सफलता को जीवित करने का प्रयास कर रहे हैं. सत्य व अहिंसा के माध्यम से समस्याओं के समाधान तलाशने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि यही बेहतर मार्ग है. सौ साल की ऐतिहासिक यात्रा पर चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि चंपारण को यह सौभाग्य प्राप्त हुआ सत्याग्रह की शुरुआत यहां से हुई. उन्होंने देश व राष्ट्र के विकास के लिए सामूहिक प्रयास करने पर जोर दिया. संविधान की रक्षा के लिए काम करने की अपील की. स्वतंत्रता सेनानियों व उनके उत्तराधिकारियों को सम्मानित किये जाने की सराहना की. कहा कि यह एक ऐतिहासिक पहल है.

अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष चंद्रभूषण पांडेय ने किया. धन्यवाद ज्ञापन नगर विधायक प्रमोद कुमार ने किया. संचालन डाॅ प्रो अरुण कुमार ने किया. मौके पर शिवहर सांसद रमा देवी, विधायक श्यामबाबू यादव, राणा रंधीर सिंह, विधान पार्षद बब्लू गुप्ता, पूर्व विधायक कृष्णनंदन पासवान, लालबाबू प्रसाद, केविवि के कुलपित डाॅ प्रो अरविंद अग्रवाल, बिहार विवि के कुलपति डाॅ अमरेंद्र नारायण यादव, गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के निदेशक दीपंकर श्री ज्ञान, डाॅ लालबाबू प्रसाद, माेतिहारी नगर के मुख्य पार्षद प्रकाश अस्थाना व उपमुख्य पार्षद मोहिबुल हक खां उपस्थित थे. कार्यक्रम के बाद राज्यपाल गुरुद्वारा गये और मत्था टेका.

स्वच्छता के लिए सत्याग्रह की जरूरत : तारा गांधी
महात्मा गांधी की पौत्री तारा गांधी ने कहा कि अब स्वच्छता के लिए सत्याग्रह करने की जरूरत है. कहा कि सत्य के बिना स्वच्छ नहीं है और मानस जीवन को स्वच्छ बनाने के लिए सकारात्मक सोच रखना होगा.कहा कि बापू ने जिस तरह से अन्याय व समस्या की लड़ाई लड़ी थी, उससे अभी के समय में सीख लेने की जरूरत है. नागरिक शक्ति को बड़ी शक्ति करार देते हुए श्रीमती गांधी ने कहा कि यह सबसे बड़ी शक्ति है. इसे अपना कर काम करना चाहिए. चंपारण से ही स्वच्छता अभियान चलाने पर जाेर दिया और कहा कि यह अभियान पूरे देश के लिए होना चाहिए. अपने दादा महात्मा गांधी के आदर्शों पर चर्चा की. कहा कि उनमें सीखने की ललक थी. मानव के लिए काम करते थे.
गांधी के सपनों को साकार कर रहा केंद्र : राधामोहन
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता गांधी के सपनों को केंद्र सरकार साकार कर रही है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांधी का सपना पूरा होगा. कहा कि विचारगोष्ठी से अधिक काम करने की जरूरत है. काम करने से ही गांधी जी का सपना पूरा होगा. स्वच्छता के लिए आंदोलन करने पर जोर देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 70 साल में स्वच्छता व शिक्षा में क्या हुआ है, सभी जानते हैं.

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