नीतीश ने एनडीए के चंपारण शताब्दी समारोह का ‘राजनीतिकरण” करने की निंदा की

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के अवसर पर स्वतंत्रता सेनानियों के कल आयोजित सम्मान समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और राजग के अन्य नेताओं के शामिल होने पर राजग पर प्रहार करते हुए ऐसे राष्ट्रीय विषय पर राजनीति किए जाने की निंदा की. स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समारोह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2017 9:58 PM

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के अवसर पर स्वतंत्रता सेनानियों के कल आयोजित सम्मान समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और राजग के अन्य नेताओं के शामिल होने पर राजग पर प्रहार करते हुए ऐसे राष्ट्रीय विषय पर राजनीति किए जाने की निंदा की.

स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समारोह :सांप्रदायिकता से भी आजादी पाने की जरूरत

आमंत्रित किये जाने के बावजूद नहीं आएं गृहमंत्री
पूर्वी चंपारण जिला में चंपारण सत्याग्रह शताब्दी के अवसर पर आज आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि पटना में कल आयोजित एक समारोह जिसमें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भाग लिया, केंद्रीय गृहमंत्री को स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया गया था पर सहमति जताने के बावजूद उन्होंने समारोह में भागनहीं लिया. उन्होंने भाजपा परोक्ष रुप से प्रहार करते हुए कहा कि जो आज केंद्र में सत्ता में बैठे हैं उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि वे आज इन स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा हासिल किए गए आजादी की बदौलत हैं. किसी को इसको लेकर दाएं-बाएं नहीं देखना चाहिए.

भाजपा पर ली चुटकी, कहा…
नीतीश ने चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के अवसर पर मोतिहारी में कल 19 अप्रैल को किसान कुंभ लगाए जाने पर चुटकी करते हुए कहा कि भाजपा किसान कुंभ का बड़ा होर्डिंग मोतिहारी में लगा देखा है. यह अच्छी बात है पर ऐसा करने के पूर्व उनसे हम विनम्रतापूर्वक यह पूछना चाहते हैं कि 2014 के लोकसभा चुनाव के समय किसानों को उनकी लागत का डेढ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य के तौर पर दिए जाने के वादे का क्या हुआ. भाजपा के इस कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को आमंत्रित किया गया था पर उन्होंने अपनी यात्रा को रद्द कर दिया है. केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार, राधा मोहन सिंह और रविशंकर इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे.

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बापू के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना हैं : नीतीश
इससे पूर्व पूर्वी चम्पारण जिला में चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के अवसर पर आयोजित स्मृति यात्रा :पदयात्रा: में शामिल हुये नीतीश ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बापू के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना और नयी पीढी को उनके विचारों से अगवत कराना चाहते हैं.

आज का दिन ऐतिहासिक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के सिलसिले में आज चंद्रहिया से मोतिहारी तक की स्मृति यात्रा आयोजित की गयी. उन्होंने कहा कि गांधी जी 15 अप्रैल 1917 को मोतिहारी पधारे थे. यहां आने के बाद उन्हें जानकारी मिली कि जशौलीपट्टी के किसानों पर जुल्म हुआ है. गांधी जी चंद्रहिया से मोतिहारी वापस आये. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन है इसलिये आज के दिन स्मृति यात्रा का आयोजन किया गया है. 18 अप्रैल 1917 को गांधी जी की एसडीएम अदालत में पेशी हुयी थी, जहां पर उन्होंने ऐतिहासिक वक्तव्य दिया था. उन्होंने कहा कि आपने जो मेरे उपर प्रतिबंध लगाया है और वापस जाने को कहा है, मैंने उसका उल्लंघन किया है. ऐसा करने के लिये आपको जो भी सजा देनी है, दे सकते हैं.

इसलिये आज के दिन स्मृति यात्रा का किया गया आयोजन
उन्होंने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि वे चम्पारण में किसानों के दुख को देखने आये हैं. यहां जो कुछ भी हो रहा है, उसकी जांच पड़ताल करना है. यह मेरी अंतर्रात्मा की आवाज है. हम किसी भी सूरत में यहां से वापस नहीं जा सकते. मुख्यमंत्री ने कहा कि अंततोगत्वा एसडीएम ने 21 अप्रैल 1917 की तारीख फैसला सुनाने के लिये निर्धारित की. इससे पहले ही उस समय के लेफ्टिनेंट गवर्नर की सरकार ने गांधी जी पर जो मुकदमा चलाया जा रहा था उसे वापस ले लिया. 18 अप्रैल को अदालत में दिया गया गांधी जी का वक्तव्य ऐतिहासिक एवं स्मरणीय है, यही सत्याग्रह की मूल भावना है इसलिये आज के दिन स्मृति यात्रा का आयोजन किया गया है.

नयी पीढी को बापू के विचारों से अवगत कराना चाहते हैं : नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बापू के चंपारण सत्याग्रह को लेकर आज स्मृति सभा का भी आयोजन किया है. इसी प्रकार गांधी जी ने 22 अप्रैल को बेतिया गये थे. राजकुमार शुक्ल जिन्होंने गांधी जी को चम्पारण आने के लिये आमंत्रित किया था. उनके घर को उजाड़ दिया गया था. 27 अप्रैल को गांधी जी वहां गये थे. वहां भी कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि बापू का कहते थे कि मेरा जीवन ही संदेश है. बापू के संदेश जो जन-जन तक हम पहुंचाना चाहते हैं. नयी पीढी को बापू के विचारों से अवगत कराना चाहते हैं. पूरे साल चम्पारण सत्याग्रह के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा.

सीएम नीतीश ने चंद्रहिया में चम्पा पौधा का किया वृक्षारोपण
इससे पूर्व चंद्रहिया से मोतिहारी तक आयोजित सात किलोमीटर लंबी इस स्मृति यात्रा की नीतीश ने चंद्रहिया से हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की तथा इस पद यात्रा में भाग लिया और यात्रा के क्रम में सबसे पहले आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में मुख्यमंत्री शामिल हुये तथा गांधी जी की प्रमिमा पर माल्यार्पण किया. साथ ही चंद्रहिया का महत्व शिलापट्ट का लोकार्पण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चंद्रहिया में चम्पा पौधा का वृक्षारोपण किया.

तेजस्वी, अशोक चौधरी समेत अन्य मंत्री भीहुए उपस्थित
स्मृति यात्रा में भाग लेते हुए मोतिहारी पहुंचने पर नीतीश ने मोतिहारी गांधी बाल उद्यान में गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा आयोजित प्रार्थना सभा में भाग लिया. इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री मदन मोहन झा, विधायक, विधान पार्षद और आलाधिकारी उपस्थित थे.

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