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अक्तूबर माह तक खुले में शौच से मुक्त होगा जिला

अच्छी पहल. शौचालय निर्माण पर खर्च होंगे 10 अरब रुपये जिले में आठ लाख परिवारों के पास नहीं है शौचालय तीन लाख परिवारों के पास है अपना शौचालय विभाग को 21 करोड़ की राशि का हुआ है आवंटन जिले में कुल परिवारों की संख्या है 11 लाख मोतिहारी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा चंपारण को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2017 5:01 AM

अच्छी पहल. शौचालय निर्माण पर खर्च होंगे 10 अरब रुपये

जिले में आठ लाख परिवारों के
पास नहीं है शौचालय
तीन लाख परिवारों के पास है
अपना शौचालय
विभाग को 21 करोड़ की राशि
का हुआ है आवंटन
जिले में कुल परिवारों की संख्या
है 11 लाख
मोतिहारी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा चंपारण को अगले मार्च तक ओडीएफ चंपारण घोषित करने की घोषणा के बाद पूर्वी चंपारण में शौचालय निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गयी है. जिले में 11,01,369 परिवार हैं, जिसमें 8,02,554 परिवार के पास शौचालय नहीं है. 2,98,515 परिवारों के पास अपना शौचालय पूर्व से है.
24 पंचायत पूर्व में शौचमुक्त घोषित हो चुका है. शौचालय निर्माण के लिए करीब 10 करोड़ खर्च का प्रस्ताव है. एक शौचालय निर्माण पर करीब 12 रुपये की लागत आयेगी. इस दिशा में जिले को करीब 21 करोड़ का आवंटन मिला है, जिसे प्रखंडों में भेज दिया गया है. मई से जुलाई तक 190 पंचायतों को शौचालयमुक्त पंचायत घोषित करने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है. शेष 191 पंचायतों में जुलाई से अक्टूबर तक शौचालय निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
पूर्व से 24 पंचायत ओडीएफ घोषित हो चुके है. जिले में 405 पंचायत है. प्रशासनिक कवायद के तहत मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित मार्च से पांच माह पूर्व ही कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. कार्यक्रम की मॉनीटरिंग डीएम अनुपम कुमार स्वयं कर रहे हैं. इसके लिए अधिकारियों की टीम भी गठित की गयी है.
प्रति पंचायत पांच मोटिवेटर होंगे प्रतिनियुक्त : पंचायतों को शौचालयमुक्त करने व लोगों में जागरूकता करने के लिए प्रति पंचायत पांच-पांच मोटिवेटर की प्रतिनियुक्ति की जायेगी. जिला समन्वयक कुमार मंगलम सिंह ने बताया कि मोटिवेटर को पंचायत ओडीएफ घोषित होने के बाद प्रति शौचालय करीब डेढ़ सौ रुपये प्रोत्साहन भत्ता मिलेगा. इसके चयन की जिम्मेवारी संबंधित प्रखंड के बीडीओ को दी गयी है. चयन वैसे व्यक्ति का किया जाना है जिसका समाज में प्रभाव हो व जागरूकता कार्य सही ढंग से कर सके.
विभागीय निर्देश के आलोक में शौचालय विहीन परिवारों को चिह्नित कर लिया गया है. मोटिवेटर प्रतिनियुक्ति के बाद फिर से सर्वेक्षण होगा. शौचालय विहिन करीब आठ लाख परिवारों को शौचालयमुक्त घोषित करने का लक्ष्य अक्तूबर माह रखा गया है. इसको ले विभागीय स्तर पर कार्रवाई आरंभ हो गयी है.
दुर्गेश कुमार, डीआरडीए निदेशक, पूर्वी चंपारण

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