मोतिहारी : पश्चिमी चंपारण के सिकटा से गिरफ्तार आइएसआइ एजेंट अबी अहमद के दुबई कनेक्शन का सबूत एनआइए को हाथ लगा है. दुबई में बैठा हाफीज अबी अहमद का बॉस है. वह आइएसआइ के इशारे पर भारत में जाली नोट के एक बड़े सिंडिकेट को हैंडिल करता है. यह खुलासा गिरफ्तार अबी अहमद ने किया है.
उसने जाली नोट के कारोबार से जुड़े शिवहर, मोतिहारी व बेतिया के करीब दो दर्जन से अधिक लोगों का नाम भी पुलिस व एनआइए के अधिकारियों को बताया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, शिवहर जिले में अबी ने मजबूत नेटवर्क बना लिया था.
वहीं मोतिहारी में लखौरा, पताही, छौड़ादानो आदि इलाके के दर्जन भर नौजवान से उसका सीधा संपर्क था. उनके माध्यम से भारत में जाली की सलाइ करता था. उसने पुलिस को यह भी बताया है कि दुबई में भारतीय नये नोटों की छपाई हो रही है. दुबई से नये जाली नोटों की एक बड़ी खेप भारत में भेजने की योजना का भी खुलासा किया है. उससे मिले तमाम इनपुट को गोपनीय ढंग से छानबीन में एनआइए व पुलिस पदाधिकारियों की टीम जुट गयी है.
दो महीने की मशक्कत के बाद पकड़ा गया अबी : एनआइए से मिले इनपुट के आधार पर पश्चिमी चंपारण के एसपी विनय कुमार के नेतृत्व में पुलिस की स्पेशल टीम पिछले दो महिने से आइएसआइ एजेंट अबी अहमद के पीछे लगी थी.
छतौनी इंस्पेक्टर विजय कुमार यादव, रक्सौल इंस्पेक्टर उग्रनाथ झा, वैशाली इंस्पेक्टर दिलीप कुमार, हरैया थाना प्रभारी कुमार रौशन, बेतिया टेक्निकल सेल के विमलेंदू कुमार, विनोद कुमार सिंह, मझौलिया थानाध्यक्ष ओमप्रकाश चौहान, सिपाही मुन्ना कुमार साह व अरूण कुमार ठाकुर ने दो महीने की कड़ी मशक्कत के बाद आइएसआइ के काठमांडू जाली नोट विंग के मास्टर माइंड अबी अहमद को नेपाल से सिकटा के रास्ते भारतीय सिमा में प्रवेश करते दबोच लिया.