दिन में चल रही लू वाली हवा
मौसम की मार . सुबह से ही सड़कों पर चलना हुआ दूभर मोतिहारी : जिले में भीषण गर्मी का कहर जारी है. लगातार एक सप्ताह से हो रही बेतहाशा गर्मीं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. सोमवार को सुबह से ही लू चलने से लोग हलकान रहे. दैनिक कार्यों के लिये घर से बाहर […]
मौसम की मार . सुबह से ही सड़कों पर चलना हुआ दूभर
मोतिहारी : जिले में भीषण गर्मी का कहर जारी है. लगातार एक सप्ताह से हो रही बेतहाशा गर्मीं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. सोमवार को सुबह से ही लू चलने से लोग हलकान रहे. दैनिक कार्यों के लिये घर से बाहर निकलने वाले लोगों को चिलचिलाती धूप का सामना करना पड़ा. इधर, पिछले पांच दिनों से पारा चढ़ने के कारण हीट वेव से जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. उमस भरी गर्मी के बीच कोचिंग संस्थान में पढ़ने जा रही छात्र-छात्राओं की परेशानी बढ़ गयी.
सुबह नौ बजे के बाद से ही सड़कों पर लोगों का चलना दुभर हो रहा है. पारा अधिकतम 39 डिग्री हो गया. वहीं, न्यूनतम तापमान 29 डिग्री रहा. चिकित्सक भी धूप से बचने की सलाह दे रहे हैं. चिकित्सकों की माने तो धूप में निकलना मजबूरी हो तो साथ में पानी रखें. पानी यूक्त फल जैसे खीरा, तरबूज, नारियल का पानी आवश्य लें.
एसी-कूलर व पंखा की बढ़ी बिक्री
गर्मीं के कारण आजकल एसी व कुलर की दुकानों पर भीड़ बढ़ने लगी है. लोग अपने बजट के हिसाब से इन उत्पादों की खरीदारी कर रहे हैं. दुकानदारों का कहना है कि सप्ताहभर से एसी व कुलर की मांग बढ़ गयी है. वहीं शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में सिलिंग पंखे की मांग बढ़ने लगी है. शहर के मीना बाजार व्यवसायी कन्हैया कुमार ने बताया कि पंखे की मांग बढ़ गयी है. ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में इसके प्रति ज्यादा रूझान है. इधर, गर्मीं के मौसम में लोग जूस पीना अधिक पसंद कर रहे हैं. शहर के बलुआ चौक, चांदमारी चौक, मीना बाजार, छतौनी चौक आदि विभिन्न जगहों पर जुस की दुकानों पर ज्यादा भीड़ देखी जा रही है.
डिहाइड्रेशन के मरीज बढ़े
फिजिशियन चिकित्सक डॉ पुष्कर कुमार सिंह का कहना है कि उमस भरी गर्मी के कारण सर्दी, खांसी, बुखार, दस्त के अलावा डी हाइड्रेसन के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस मौसम में सावधानी बरतने की जरूरत है. ऐसे रोग होने पर ओआरएस का घोल अथवा साफ पानी का सेवन करें और धूप से बचे. ऐसी से निकलने के तुरंत बाद धूप में नहीं जाये. इससे तबियत खराब होने की संभावना अधिक रहती है.