पशुओं का वैक्सीनेशन के लिए करोड़ो खर्च कर रही केंद्र सरकार, जाने कहां हो रहा काम
केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन व डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि देसी गायों का पालन करके ही प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि 13 हजार करोड़ की सहायता केंद्र सरकार राज्यों को दे रही है, ताकि पशुओं का वैक्सीनेशन हो सके.
केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन व डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि देसी गायों का पालन करके ही प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिलेगा. इससे किसान व देश की आर्थिक स्थिति मजबूत व समृद्ध होगी. यह समय की आवश्यकता है. वह शुक्रवार को कृषि विज्ञान केंद्र पिपराकोठी में तीन दिवसीय पशु आरोग्य सह कृषि उन्नति मेला एवं उद्यान महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
13 हजार करोड़ की सहायता केंद्र सरकार दे रही है
मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला कहा कि 13 हजार करोड़ की सहायता केंद्र सरकार राज्यों को दे रही है, ताकि पशुओं का वैक्सीनेशन हो सके. वैक्सीनेशन की बदौलत ही हम लोग तीसरी लहर के बाद सुरक्षित हैं. अब पशुओं को सुरक्षित रखना भी सरकार का उद्देश्य है.उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने 130 करोड़ की आबादी वाले देश में 11 करोड़ किसानों का स्वायल हेल्थ कार्ड बनवा कर रिकार्ड कायम किया था.
दूध उत्पादन क्षमता 46 प्रतिशत बढ़ी
बिहार में 46 प्रतिशत दूध उत्पादन क्षमता भी बढ़ी है. तालाब व नदियों को जोड़ कर मत्स्य पालन को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार काम कर रही है. पशुओंं के गर्भाधान व चारा की व्यवस्था केंद्र सरकार राज्य सरकार के सहयोग से किसानों के दरवाजे तक उपलब्ध करायेगी.
80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन
पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि 2013-14 में कृषि विभाग का बजट 21,933 करोड़ का था. उसे बढ़ा कर 2022-23 में 1,32,000 करोड़ किया गया है. मोदी सरकार किसानों के कल्याण में ही विश्वास करती है. 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रही है. उद्देश्य है कि कोई भूखा नहीं रहे. मौके पर बिहार सरकार के मंत्री प्रमोद कुमार, विधायक सुनील मणि तिवारी, श्यामबाबू यादव, लालबाबू प्रसाद, रणधीर सिंह, जिप अध्यक्ष ममता राय, उपाध्यक्ष गीता देवी सहित कई लोग उपस्थित थे.
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600 करोड़ से चार वर्षों में बन जायेगा मेडिकल कॉलेज
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मोतिहारी में स्वीकृत मेडिकल कॉलेज के निर्माण पर 600 करोड़ खर्च होंगा. 500 बेड का अस्पताल बनेगा. मेडिकल कॉलेज में 150 छात्र अध्ययन करेंगे. पिपराकोठी कृषि मेला के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सरकार की नीति के अनुसार खुल रहे हैं.
प्रत्येक प्रखंड में दो-दो लाख रुपये खर्च होंगे
पूर्वी चंपारण के प्रत्येक प्रखंड में दो-दो लाख रुपये 16 से 22 अप्रैल के बीच स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम में खर्च होंगे. इस शिविर में लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जायेगी. मेडिकल कॉलेज के लिए स्थानीय डीएम को जमीन चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है. कॉलेज स्थापना के लिए सांसद राधामोहन सिंह व स्थानीय विधायक सह मंत्री प्रमोद कुमार सदैव सक्रिय रहे. पिपराकोठी कृषि केंद्र से उत्तर बिहार ही नहीं बिहार व देश, दुनिया को कृषि व पशुपालन के नये मंत्र मिलेंगे.