दो दिनों में जिले में 222 संक्रमित, एक की मौत, संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 2749 पार
बेतिया : जिले में रविवार एवं सोमवार को आयी दो दिनों की रिपोर्ट के बाद जिले में 222 नये संक्रमितों की पहचान हुई है. जबकि इस दौरान इलाज के लिए गंभीर स्थिति में पटना रेफर किये गये एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गयी है. जिले में दो दिनों में 222 नए मरीजों के मिलने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 2749 हो गई.
बेतिया : जिले में रविवार एवं सोमवार को आयी दो दिनों की रिपोर्ट के बाद जिले में 222 नये संक्रमितों की पहचान हुई है. जबकि इस दौरान इलाज के लिए गंभीर स्थिति में पटना रेफर किये गये एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गयी है. जिले में दो दिनों में 222 नए मरीजों के मिलने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 2749 हो गई.
सिविल सर्जन डा. अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि बताया कि जिले के जिन नए इलाकों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि की गई है, उन सभी इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए जिलाधिकारी के स्तर से सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है. साथ ही अन्य निर्देश एवं हिदायतें भी दी गई हैं. ताकि, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोका जा सके. उन्होंने बताया कि डीएम के निर्देशानुसार कंटेनमेंट जोन से बाहर निकलने या कंटेनमेंट जोन में बाहर से किसी व्यक्ति के अंदर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है.
उन्होंने बताया कि डीएम ने लोगों से भी अपील की है कि वे लॉकडाउन के नियमों का पालन करें, घरों से बाहर निकलें तो मास्क का प्रयोग और सोशल डिस्टेंसिग का अनुपालन जरूर करें. ताकि, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोका जा सके. इधर शुक्रवार की देर शाम स्थानीय जीएमसीएच में भर्ती कोरोना संक्रमित नगर के कोतवाली चैक निवासी जयप्रकाश जायसवाल को गंभीर स्थिति में पटना रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत होने की पुष्टि की गयी है. जिले में फिलहाल कोरोना संक्रंमितों की संख्या 2749 हो गयी है. जबकि हेल्थ डिर्पाटमेंट से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में फिलहाल कोरोना के 1008 एक्टिव केस हैं. जबकि 1728 लोगो ने कोरोना को मात दे दी है. हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार प. चंपारण जिले में कोरोना से अबतक 13 संक्रमित लोगों की मौत हुई है.
इधर, ठकराहा प्रखंड क्षेत्र के ठकराहा पंचायत अंतर्गत वार्ड न 2 में कोरोना पांजेटिव एक मरीज की मौत शनिवार की सूबह हो गयी. उसका अंतिम संस्कार प्रशासन की निगरानी में कराया गया. अंतिम संस्कार के लिए प्रशाशन की ओर से चार लोगों को नियुक्त किया गया था. वे पीपीई कीट पहन कर एम्बुलेंस से शव को लेकर गंडक किनारे पहुचे, जहां रीति रिवाज के साथ अंतिम संसकार किया गया. सीओ चन्द्रशेखर तिवारी ने बताया कि परिजनों, रिश्तेदारों व गांव के लोगों को अंतिम संस्कार से दूर रखा गया.
posted by ashish jha