Police Action: रक्सौल इंस्पेक्टर सहित दो पुलिसकर्मी संस्पेड, लगा था कर्तव्यनिष्ठा में लापरवाही का आरोप
रक्सौल इंस्पेक्टर पर एक केस के अनुसंधान में रिश्वत लेने का आरोप लगा था.रक्सौल डीएसपी ने इसकी जांच की तो आरोप सत्य पाया गया. इस मामले में डीआईजी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया.
मोतिहारी. जिले के तीन पुलिस पदाधिकारियों को कर्तव्यनिष्ठा में लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया. रक्सौल इंस्पेक्टर शशिभूषण ठाकुर को चम्पारण रेंज के डीआईजी ने निलम्बित किया है. निलम्बन अवधि में उनका मुख्यालय बगहा पुलिस केंद्र होगा. जबकि पचपकड़ी थानाध्यक्ष विक्रांत सिंह व जमादार विष्णुदेव सिंह को एसपी डा कुमार आशीष ने निलम्बित करते हुए लाइन हाजिर कर दिया है.
‘जांच में आरोप सत्य पाया गया’
बताया जा रहा है कि रक्सौल इंस्पेक्टर पर एक केस के अनुसंधान में रिश्वत लेने का आरोप लगा था.रक्सौल डीएसपी ने इसकी जांच की तो आरोप सत्य पाया गया. उन्होंने इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच रिपोर्ट एसपी को सौंपी, जिसके बाद एसपी ने इंस्पेक्टर को निलम्बित करते हुए लाइन हाजिर करने की अनुशंसा डीआईजी से की. गंभीर आरोप के कारण डीआईजी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया.
पचपकड़ी थानाध्यक्ष निलम्बित
वहीं, ढाका भंडार के पिता और पुत्र को बेवजह तीन दिनों तक हाजत में बंद रखने व पैसा वसूलने के आरोप में पचपकड़ी थानाध्यक्ष विक्रांत सिंह व जमादार विष्णुदेव सिंह को एसपी ने निलम्बित किया है. ये कार्रवाई मुख्यालय डीएसपी के जांच रिपोर्ट के आधार पर की गयी है. इधर पचपकड़ी थाने में बिचौलिया का काम करने वाले चिन्हिंत व्यक्ति के विरूद्ध भी लोगों ने कार्रवाई की मांग की है.
‘भ्रष्ट पुलिस पर गाज गिरनी तय है’
जिले में तैनात भ्रष्ट आचरण वाले पुलिस पदाधिकारियों पर गाज गिरनी तय है. वैसे पुलिस पदाधिकारियों की सूची बनायी जा रही है. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. एसपी डॉ. कुमार आशीष ने कहा कि पुलिस कर्मी अपनी आदत में सुधार कर ले. उनके कार्यो की लगातार समीक्षा की जा रही है. सत्यनिष्ठा व कर्तव्यपराणता की कसौटी पर खरा नहीं उतरने वाले पुलिस कर्मियों पर अविलम्ब कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने यह भी कहा कि अगर थाने में किसी तरह की अनियमितता की शिकायत हो तो सबूत व दस्तावेज के साथ लिखित शिकायत करे. उसकी जांच करायी जायेगी. जांच में अगर दोषी पाये गये तो पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होनी तय है.
‘पीड़ित के साथ सहानभूति रखे’
इसके साथ ही एसपी ने कहा कि रक्सौल इंस्पेक्टर, पचपकड़ी थानाध्यक्ष व जमादार के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी. तीनों पुलिस पदाधिकारी जांच में दोषी पाये गये, जिसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया. उन्होंने यह भी कहा कि थाने में रहना है तो पूरी इमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा के साथ काम करे. पीड़ित के साथ सहानभूति रखे. आरोपियों के साथ हमदर्दी रखने वाले पुलिस कर्मियों पर दंडनात्मक कार्रवाई की जायेगी.