दोस्त का एटीएम कार्ड लेकर खाते का साइबर क्राइम में किया इस्तेमाल
पुलिस ने एटीएम फ्रॉड गिरोह के तीन बदमाशों को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया. तीनों बदमाशों ने अपने एक दोस्त का एटीएम लेकर उसके बैंक एकाउंट को साइबर क्राइम में इस्तेमाल किया था. करीब दस लाख रुपये उसके एकाउंट में मंगा कर एटीएम कार्ड के माध्यम से निकाल लिया था.
केसरिया : पुलिस ने एटीएम फ्रॉड गिरोह के तीन बदमाशों को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया. तीनों बदमाशों ने अपने एक दोस्त का एटीएम लेकर उसके बैंक एकाउंट को साइबर क्राइम में इस्तेमाल किया था. करीब दस लाख रुपये उसके एकाउंट में मंगा कर एटीएम कार्ड के माध्यम से निकाल लिया था.
गिरफ्तार बदमाशों में मठिया का अंकुश कुमार, पिपरा हसनपुर का रोहित कुमार व तुरकौलिया बभनौलिया का सुभाष कुमार शर्मा शामिल है. थानाध्यक्ष विनय कुमार ने बताया कि बदमाशों का नेटवर्क बड़ा है. पूछताछ चल रही है. साइबर क्राइम के एक बड़े सिंडिकेट का खुलासा होगा. कहा कि मामले में मठिया के रविकांत कुमार के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. रविकांत ने पुलिस को बताया है कि उसकी पत्नी का बीए पार्ट वन में नामांकन कराना था. इसके लिए उसने अंकुश को अपना एटीएम कार्ड दिया था. कहा था कि नामांकन में जितना पैसा लगेगा, उतना निकाल लेना.
नामांकन की तिथि बढने पर उसने अंकुश से अपना एटीएम कार्ड वापस मांगा. इसपर अंकुश ने बड़ी चालाकी से उसे अपने जाल में फांसते हुए कहा कि तुमको हमपर विश्वास नहीं है. उसने रविकांत को बातों में उलझा कर उसका मोबाइल भी ले लिया. फिर उसके एकाउंट को साइबर क्राइम के लिए इस्तेमाल कर करीब दस लाख रुपये का ट्रांजेक्शन किया. इसका खुलासा तब हुआ जब रविकांत बैंक में पैसा निकालने गया.
अधिक पैसे के ट्रांजेक्शन को लेकर उसे एकाउंट पर होल्ड लग गया था.खाता को अप-टू-डेट कराया तो पता चला कि दस लाख का ट्रांजेक्शन हुआ है. उसने अंकुश से पूछताछ की तो उसने दोनों सहयोगियों के नाम का खुलासा किया. रविकांत ने बड़ी चालाकी से तीनों को बुला पुलिस के हवाले कर दिया. थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी के आधार पर तीनों बदमाशों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. मामले की सूक्ष्मता से जांच-पड़ताल की जा रही है.