सूरज की तपिश ने बढ़ाई बेचैनी, मानसून करा रहा इंतजार मौसम

15 जून तक मानसून के दस्तक की थी संभावना, पखवारे बाद भी नहीं दिख रहे आसार बेतिया : जून की भीषण झुलसाती गरमी व मानूसन की देरी अब लोगों को और भी तपाने लगी है. दिन में चिलचिलाती धूप और गर्म हवाएं जहां शरीर को झुलसाती हैं. वहीं रात में उमस भरी गरमी ने लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2017 5:56 AM

15 जून तक मानसून के दस्तक की थी संभावना, पखवारे बाद भी नहीं दिख रहे आसार

बेतिया : जून की भीषण झुलसाती गरमी व मानूसन की देरी अब लोगों को और भी तपाने लगी है. दिन में चिलचिलाती धूप और गर्म हवाएं जहां शरीर को झुलसाती हैं. वहीं रात में उमस भरी गरमी ने लोगों का सुख-चैन छीन रखा है. समान से बरस रही भीषण गर्मी से लोग बुरी तरह रह परेशान हैं. ऊपर से मानसून का तय समय के पखवारे बाद भी दस्तक नहीं देना भी गरमी बढ़ने की वजह बनती जा रही है. गरमी में उबल रहे लोग बेसब्री से मानसून का इंतजार रहे हैं. इधर, बुधवार को तो जिले में पारा 40 डिग्री से भी उपर चढ़ गया. नतीजा बेतहाशा गरमी ने जिलेवासियों को रूला दिया. नौकरीपेशा, दुकानदार, मजदूर सभी गरमी से परेशान दिखे.
यूं तो जिले में 15 से 16 जून तक मानसून के दस्तक देने की संभावना थी. लेकिन, मानसून ने दस्तक नहीं दी. बीते 19 जून को शहर में हुई प्री मानसून की बारिश से उम्मीद लगी कि दो से तीन दिन में मानसून आ जायेगी. लेकिन, तय समय से पखवारा बीतने को है अभी तक मानसून नहीं आ सका है. इससे लोगों की बेचैनी बढ़ी है और मानसून का बेसब्री से इंतजार हो रहा है. इंतजार इसलिए भी हो रहा है कि क्योंकि गरमी अपने परवान पर है. सूरज की तपिश जिलेवासियों को झुलसा रही है. दिन में जहां चिलचिलाती धूप से लोग परेशान है, वहीं रात में भी उमस ने भी दिक्कतें बढ़ा दी हैं. मौसम की इस बेरूखी से किसान भी खासा परेशान हैं. बिचड़ा गिरा चुके किसान मानसून का इंतजार कर रहे हैं. अगेती प्रजाति की फसल भी पिछड़ती जा रही हैं. वहीं खेत में जो फसलें लगी हैं, वह भी बारिश नहीं होने से बर्बाद होती जा रही है. मौसम वैज्ञानिकों के पूर्वानुमान के मुताबिक भी 16 से 18 जून तक दस्तक दे देना था. यह ऐसा पहली बार नहीं हुआ, बल्कि पिछले दस साल में सिर्फ दो बार ही मानसून ने तय वक्त या उससे पहले दस्तक दी है.
सूखते जा रहे हैंडपंप, जलस्तर नीचे गिरा गरमी
लगातार मौसम के रूख बदलने से जिले मे जलस्तर नीचे गिरने लगा है. जिससे हैंडपंप भी सूखने लगे हैं. इसके अलावे जल के अन्य श्रोतें भी सूखने लगे हैं. जलस्तर नीचे जाने से लोगों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है.पीने के पानी के साथ-साथ फसलों की सिंचाई के लिए पानी की किल्लत होने लगी है. ऐसे में किसानों को किसानी के लिए काफी परेशानी उठाना पड़ रहा है.
इस हफ्ते यूं रहा तापमान
दिन तापमान
सोमवार 39 डिग्री सेल्सियस
मंगलवार 41 डिग्री सेल्सियस
बुधवार 40 डिग्री सेल्सियस
वर्ष मानसून
2011 22 जून
2012 4 जुलाई
2013 11 जून
2014 7 जुलाई
2015 22 जून
2016 20 जून

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