गांगुली नदी के कटाव से शेरपुर गांव पर खतरा

नदी की धारा मुड़ने से वन व पर्यावरण को भारी नुकसान गौनाहा (पचं) : जिले के उत्तरांचल में वनों के मध्य से निकली गांगुली नदी के कटाव से अंचल की मटियरिया पंचायत के शेरपुर गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. नदी की धारा मुड़ने से वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के तहत चंपारण के वन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2017 4:25 AM

नदी की धारा मुड़ने से वन व पर्यावरण को भारी नुकसान

गौनाहा (पचं) : जिले के उत्तरांचल में वनों के मध्य से निकली गांगुली नदी के कटाव से अंचल की मटियरिया पंचायत के शेरपुर गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. नदी की धारा मुड़ने से वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के तहत चंपारण के वन व पर्यावरण निशाना बना है. इससे वन संपदा को भारी क्षति पहुंचने की आशंका है. इधर, गांगुली नदी की बाढ़ से शेरपुर व सिरिसिया के ग्रामीणों में त्राहिमाम की स्थिति है. इसी तरह के रौद्र रूप धारण करनेवाली गांगुली नदी ने विगत वर्ष शेरपुर गांव से सटे सुगौली टोला को अपने आगोश में ले लिया था. इस दौरान सुगौली टोला के 25 घर नदी के गर्भ में समा गये थे.
ग्रामीणों में दिग्विजय यादव, ऋषि राज, मिश्री यादव, सरयुग यादव, गीता मुखिया, लालबाबू मिंया, इस्लाम देवान, रामनिवास यादव, सुरेंद्र यादव, कमलेश यादव रोजवीन अहमद आदि ने बताया पुल के ठेकेदारों की ओर से बांध बनवाने के कारण नदी की धारा फिर से पूर्ववत हो गयी है. नदी के कटाव की चपेट में सिरिसिया जंगल के आने से वन व पर्यावरण को भारी क्षति की आशंका है. नदी में आवागमन के लिए पुल नहीं है. इस कारण यहां के लोग रस्सी के सहारे नदी पार करने को अभिशप्त हैं.

Next Article

Exit mobile version