बेतियाः हाजत में तैनात पुलिस कर्मियों के र्दुव्यवहार से गुस्साये अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को न्यायिक कार्यो का बहिष्कार किया. अधिवक्ता इस घटना के विरोध में किसी भी न्यायालय में ही उपस्थित नहीं हुए. इस कारण किसी भी न्यायालय में कोई कार्य नहीं हुए. कचहरी आये मुकदमे के पैरवीकारों को वापस लौट जाना पडा.
बता दें कि अधिवक्ता अभिरंजन ठाकुर व राजू सिंह के साथ पुलिस ने र्दुव्यवहार किया था. अधिवक्ता तो कचहरी में आये थे, लेकिन अपनी सीट पर ही जमे रहे. न्यायालय में बैठे न्यायाधीश भी अधिवक्ताओं का इंतजार करते रहे. दोपहर बाद अधिवक्ताओं की बैठक विधिज्ञ संघ के पुस्तकालय में हुई. इसमें भी घटना के खिलाफ अधिवक्ताओं ने अपने गुस्सा का इजहार किया. काफी देर तक बैठक में इस मामले को लेकर बहस चलती रही.
जारी रहेगा आंदोलन
अधिवक्ताओं का आंदोलन विधिज्ञ संघ के अगले निर्णय आने तक जारी रहेगा. बैठक के दौरान सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हवलदार रामचंद्र पासवान और दारोगा रजनीश कुमार व उपस्थित पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जाये. अगर ऐसा नहीं होता है तो न्यायालय कार्यो बहिष्कार जारी रहेगा. बैठक में संघ के अध्यक्ष मदन मोहन मिश्र, सचिव किशोरी लाल सिकारिया, राधाकांत राय, रैफुल आजम, आरके तिवारी, शहजाद इमाम कादरी, कल्पनात रमण चौधरी, अभिषेक वर्मा, बबलू, मुकेश श्रीवास्तव उपस्थित थे.
जिला जज से मिले
आंदोलन के दौरान अधिवक्ताओं ने जिला जज प्रेमचंद्र गुप्ता से मिल कर भी अपनी बात रखी. अधिवक्ताओं ने कहा कि दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाये. जिला जज ने अधिवक्ताओं को आश्वासन दिया कि पुलिस के वरीय अधिकारियों से इस मामले की जांच करायी जायेगी. इसके बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी.