Loading election data...

मामूली विवाद में गयी जान

बेतियाः बारी टोला गांव में दो गुटों के बीच मारपीट की घटना के पीछे मामूली विवाद बताया जा रहा है. मामूली विवाद में ही बारी टोला गांव निवासी मन्नू कुमार (20) मौत के गाल में असमय समा गया. ग्रामीण के अनुसार, घटना की शुरुआत शुक्रवार की संध्या करीब 8.30 बजे ही हो गयी थी. जब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2014 3:22 AM

बेतियाः बारी टोला गांव में दो गुटों के बीच मारपीट की घटना के पीछे मामूली विवाद बताया जा रहा है. मामूली विवाद में ही बारी टोला गांव निवासी मन्नू कुमार (20) मौत के गाल में असमय समा गया. ग्रामीण के अनुसार, घटना की शुरुआत शुक्रवार की संध्या करीब 8.30 बजे ही हो गयी थी. जब मन्नू ट्रैक्टर लेकर अपने घर जा रहा था. तभी एक टेंपो से साइड लेने के क्रम उसका झगड़ा मंशाटोला के युवकों से हो गया.

टेंपो पर सवार दूसरे गुट के लोगों ने इसकी सूचना अपने दोस्त व रिश्तेदारों को दी. उनलोगों के आने के बाद फिर से झगड़ा हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यहां तक भी मामला शांत था. लेकिन झगड़ा कर रहे लोगों के समर्थन में मंशा टोला के दर्जनों लोग हुजूम बना कर आ गये. इस पर मारपीट और बढ़ गयी और इसी दौरान मन्नू को सिर पर गंभीर चोट लग गयी और यही उसके मौत का कारण बना.

कुछ ही दूरी पर है थाना

दो गुटों के बीच मारपीट की घटना को लेकर बारी टोला गांव रणक्षेत्र बन गया था. दोनों ओर से लाठी-फट्ठा व ईंट -पत्थर चल रहे थे. इस घटना को लेकर कुछ देर के लिए बेतिया-सरिसवा मुख्य पथ भी परिचालन बारी टोला गांव के समीप ठप पड़ गया था. जिस जगह की घटना है, वहां से मुफस्सिल थाना की दूरी महज दो सौ मीटर है. ग्रामीणों के अनुसार पुलिस जीप घटना की सूचना पर पहुंची भी थी. लेकिन वहां रूकने की जगह आगे बढ़ गयी. आक्रोशितों का आरोप था कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेती तो यह घटना नहीं घटती.

मन्नू के घर हुई तोड़फोड़

विवाद के दौरान बारी टोला के मुख्य पथ स्थित मृतक मन्नू के घर भी जाकर आक्रोशितों ने तोड़फोड़ की थी. उसके दरवाजे पर खड़ी टेंपो को भी लोगों ने पलट दिया था. अनाज रखने वाले बखारी को भी तोड़ डाला गया था.

लोगों में भारी आक्रोश

मन्नू की मौत के बाद भड़की आक्रोश का दंश पुलिस को भी ङोलना पड़ा. सड़क जाम में महिला व छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल थे. आक्रोशितों का गुस्सा इतना था कि पुलिस को उनके नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल के साथ दंगा नियंत्रण वाहन व ब्रज वाहन तक बुलाना पड़ गया था. लेकिन पुलिस अधिकारियों ने बड़ी धैर्य के साथ आक्रोशितों के गुस्सा पर काबू पाया.

Next Article

Exit mobile version