बगहा में पांच महिलाओं की कटी चोटी, एक दुबारा हुई शिकार महिला की हालत खराब

बगहा : बगहा पुलिस जिला में महिलाओं का चोटी कटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीती रात भी तीन महिलाओं की चोटी कट गयी.बगहा थाना के दबगर टोली की शीला देवी की चोटी दुबारा कट गयी. वैसे अभी तक छह बार चोटी कटने की घटना घटी है. जिसमें एक महिला चोटी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 10, 2017 5:04 AM

बगहा : बगहा पुलिस जिला में महिलाओं का चोटी कटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीती रात भी तीन महिलाओं की चोटी कट गयी.बगहा थाना के दबगर टोली की शीला देवी की चोटी दुबारा कट गयी. वैसे अभी तक छह बार चोटी कटने की घटना घटी है. जिसमें एक महिला चोटी कटने की घटना की दुबारा शिकार हुई है.

शीला देवी की हालत दुबारा चोटी कटने से काफी खराब हो गयी. इलाज के लिए परिजन उसे अनुमंडलीय अस्पताल लाए. इलाज के क्रम में पीड़िता ने बताया कि रात को लगभग 11 बज रहा था. अचानक सर में दर्द होने लगा. जिससे चक्कर जैसा स्थिति होने लगा.उसके बाद मेरा चोटी दूसरी बार कटकर जमीन पर गिर गया. उक्त महिला ने बताया कि मैं बेहोश हो चली थी. चोटी कैसे कटकर गिरी, हमको पता नहीं चल सका. शीला की दो दिन पहले चोटी कटी थी.
वहीं दूसरी ओर लौकरिया थाना के तिनफेड़िया निवासी कंचन प्रसाद की पत्नी की चोटी भी बीती रात कट गयी. बताते हैं कि चंकन की पत्नी तेतरी देवी रात को अपने घर में सोयी थी. लगभग 10:30 बजे उसके शरीर में बेचैनी जैसी होने लगा.सर में दर्द होने लगा था. इसी दौरान उसकी चोटी कट गयी. इस घटना से तिनफेड़िया गांव के समीपवर्ती गांवों में भी चोटी कटने की घटना की चर्चा जोरों पर है. वहीं पुलिस व प्रशासन इन घटनाओं को अफवाह मान रही है. महिलाओं की चोटी कटने की घटना क्षेत्रों में चर्चा का विषय बना हुआ है.वहीं सेमरा प्रतिनिधि के अनुसार भैरोगंज थाना क्षेत्र के कपरधिक्का गांव मे एक तेरह वर्षीय लड़की का चोटी कटा.
जिससे पूरे गांव में दहशत है.घटना बुधवार की सुबह कपरधिक्का गांव की है. उक्त जानकारी वार्ड सदस्य बंधु राम ने दिया.उन्होंने बताया कि सुबह के करीब साढ़े आठ बज रहे थे. कपरधिक्का परती टोला निवासी श्रीयादव की तेरह वर्षीय लड़की प्रीति कुमारी अपने दरवाजे पर खड़ी होकर अपने भाई को गांव के दुकान में भेजने के लिए बुला रही थी.उसी वक्त उसकी चोटी कट गई. हालांकि प्रीति बेखबर थी. उसे तब पता चला,जब वह बाल झाड़ने गई.
परिजनों ने बताया कि वह पहले से चोटी कटवा की खबर सुनकर डरी हुई थी. बाल झाड़ने के क्रम में चोटी कटने की बात जानकर वह बेहोश होने लगी.जिसके ईलाज कराने के लिए परिजन डॉक्टर के पास ले गए. इस बात की चर्चा क्षेत्र में जोरो से है. हालात यह है कि महिलाओं ने अब चोटी बांधना छोड़ दिया है.क्योंकि यह महिलाओं का मानना है कि चोटी खुली रहने से नहीं कटेगी.

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