अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ
बेतियाः शहर के विभिन्न नदी-तालाबों के घाट पर शनिवार की संध्या अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देकर लोक आस्था केमहापर्व चैती छठ पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया. व्रतियों ने पूरे आस्था व विश्वास के साथ छठी मइया की पूजा-अर्चना की. शहर के सागर पोखरा, संतघाट, उत्तरवारी पोखरा, खिरिया घाट सहित आधा दर्जन से अधिक छठ घाटों पर […]
बेतियाः शहर के विभिन्न नदी-तालाबों के घाट पर शनिवार की संध्या अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देकर लोक आस्था केमहापर्व चैती छठ पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया. व्रतियों ने पूरे आस्था व विश्वास के साथ छठी मइया की पूजा-अर्चना की. शहर के सागर पोखरा, संतघाट, उत्तरवारी पोखरा, खिरिया घाट सहित आधा दर्जन से अधिक छठ घाटों पर छठी मइया की उपासना की गयी. व्रतियों ने घाटों पर छठी मइया के गीत गाये. छठ पर्व को लेकर घाटों की व्यापक साफ-सफाई व सीरसोता का रंग-रोगन किया गया था. दिनभर के उपवास के बाद व्रती संध्या चार बजे घाट पर पहुंचने लगे व पूजन सामग्री के साथ घंटों घाट पर बैठ छठी मइया की उपासना की.
व्रतियों ने बनाया प्रसाद
चैती छठ को लेकर शहर के विभिन्न मुहल्लों में व्रतियों ने पवित्रता के साथ छठ का प्रसाद ठेकुआ तैयार किया. प्रसाद की तैयारी में साफ-सफाई व शुद्धता का विशेष ख्याल रखा गया. व्रतियों ने मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से अग्नि प्रज्वलित कर प्रसाद बनाया.
बाजार में रही चहल-पहल
छठ पर्व को लेकर बाजारों में काफी रौनक रही. सुबह से लेकर दोपहर तक लोगों ने छठ सामग्रियों की खरीदारी की. बाजार के अलावे विभिन्न चौक-चौराहों पर भी छठ सामग्रियों की बिक्री हुई. मिट्टी के बरतन, फल-मूल, कपड़ा व पूजन सामग्री की जम कर बिक्री हुई. छठ पूजा में लगने वाले पूजन समानों की महंगाई के बावजूद लोगों ने खरीदारी की. नगर की शीला देवी ने बताया कि हर साल महंगाई बढ़ती जा रही है. लेकिन छठी मइया का पर्व मनाना जरूरी है. नगर के खिरीया घाट निवासी सीमा ने बताया कि छठी मइया सब दुखों को दूर करने वाली हैं. इसलिए पूजा में महंगाई को नजर-अंदाज कर हमलोग पूरी आस्था के साथ मइया का व्रत रखती हैं.