मौत बन सिर पर झूल रहे तार, बिजली बाबू को चिंता नहीं

-नीतेंद्र कुमार द्विवेदी- बेतियाः नगर के मुख्य मार्ग से लेकर गलियों तक विद्युत विभाग के जजर्र तार और जेनेरेटर के जरिये निजी स्तर से बिजली आपूर्ति के लिए बिछाये गये तार मौत बन कर नगरवासियों के सिर पर झूल रहे हैं. विभाग के आलाधिकारियों के आदेश के बावजूद भी अभी तक इन तारों को बदला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2014 6:01 AM

-नीतेंद्र कुमार द्विवेदी-

बेतियाः नगर के मुख्य मार्ग से लेकर गलियों तक विद्युत विभाग के जजर्र तार और जेनेरेटर के जरिये निजी स्तर से बिजली आपूर्ति के लिए बिछाये गये तार मौत बन कर नगरवासियों के सिर पर झूल रहे हैं. विभाग के आलाधिकारियों के आदेश के बावजूद भी अभी तक इन तारों को बदला नहीं जा सका है. इसके चलते पुराने हो चुके बिजली के तार के गिरने से कई घटनाएं भी हो चुकी हैं. वहीं अगर जजर्र तार नहीं बदले गये तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

भगवान भरोसे सुरक्षा

झूलते जजर्र बिजली के तार के गिरने से कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है. ये बिजली के तार लकड़ी की फट्ठियों द्वारा बांधे गये हैं. कब किस जगह पर ये तार टूट कर गिर जाये, यह भरोसा नहीं किया जा सकता है. अगर लोग इधर से सही सलामत गुजर रहे हैं तो भगवान भरोसे. बिजली के ये तार इतने नीचे लटकते हैं कि रिक्शा या कोई सवारी इधर से जाती है तो दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. मकानों और छतों से गुजरती ये बिजली की तार घर में रहने वालों के लिए भी यह खतरे की ही घंटी है. गौरतलब है कि जजर्र हो चुकी इस बिजली के तार के गिरने से पिछले महीने के 14 तारीख को बेतिया के औद्योगिक क्षेत्र में रहने वाले तबरेज आलम की मौत हो गयी. इतना ही नहीं पिछले महीने के ही 31 मार्च की रात्रि मीना बाजार के सब्जी मंडी में जजर्र बिजली के तार गिरने से कई दुकानें जल कर राख हो गयी.

लोगों ने कहा, विभाग शिथिल

वहीं लोगों का कहना है कि मौत बन कर झूल रही इस बिजली के तार को बदलने में विभाग शिथिलता बरत रहा है. इसलिए आलाधिकारियों के आदेश के बाद भी अबतक जजर्र बिजली के तार को बदला नहीं जा सका है और यह जजर्र तार जानलेवा साबित हो रहे हैं. न्यू कॉलोनी के हजारी साह कहते हैं कि नगर के जजर्र तार की स्थिति को देख कर घर से निकलने में भी डर लगता है. मीना बाजार सब्जी मंडी के शंभु चौधरी व हीरा चौधरी ने बताया कि बाजार के प्रत्येक जगह पर हाइ वोल्टेज तार दौड़ये गये हैं, जो जजर्र अवस्था में हैं. कभी भी टूट कर यह गिर सकता है.

इससे बड़ी घटना हो सकती है. वहीं रामेश्वर नगर के पप्पू कुमार का कहते हैं कि बिजली विभाग की निष्क्रियता के कारण ही बिजली तार गिर जाते हैं. जिससे कभी कोई जख्मी होता है, कभी कोई मरता है तो कभी कहीं आग लग जाती है. इसके बावजूद भी बिजली विभाग की नजर इस पर नहीं जाती है.

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