बेतियाः सेल्समैन रामजी हत्याकांड में पुलिस ने एक पखवारा बीतने के बाद भी किसी भी आरोपित की धर-पकड़ भी नहीं की है. इतना ही नहीं, इस घटना की गुत्थी भी पुलिस अभी तक सुलझा नहीं पायी है. एसडीपीओ रामानंद कौशल से सेल्समैन के परिजनों ने मिल कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग की. एसडीपीओ ने बताया कि कांड में के सभी आरोपियों की जांच की जा रही है.
संलिप्तता स्पष्ट होने के बाद ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जायेगी. जबकि परिजनों का सीधा आरोप है कि रामजी की हत्या पैसा के लेने-देन को लेकर हुई है. मृतक के चाचा आत्मा यादव ने बताया कि रामजी से कुछ दिनों पहले गोलू कुमार ने दो लाख रुपया दुकान खोलने के लिए लिया था. लेकिन वह पैसा लौटाना नहीं चाहता था. जिसको लेकर गोलू ने अपने दोस्तों के साथ मिल कर उसकी हत्या करा दी.
जानकारी के अनुसार सेल्समैन रामजी यादव नगर के संत कबीर चौक पर एक रेडीमेड कपड़ा की दुकान में काम करता था. 27 मार्च को अपराधियों ने देर शाम में संत कबीर चौक पर ही गोली मार दी. सदर अस्पताल ले जाने के क्रम रामजी ने दम तोड़ दिया था.