किसानों से किये वादे भूली सरकार

भितिहरवा आश्रम पहुंची स्वराज अभियान यात्रा, किसानों से की एकजुटता की अपील गौनाहा : स्वराज अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि भारतीय किसान आजादी के 70 साल बाद भी गुलामी से मुक्त नहीं हुए हैं. साम्राज्यवाद व पूंजीवाद के गुलाम बने हुए हैं. किसान अपनी खेतों में गन्ना उपजाते हैं और खून […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2017 5:20 AM

भितिहरवा आश्रम पहुंची स्वराज अभियान यात्रा, किसानों से की एकजुटता की अपील

गौनाहा : स्वराज अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि भारतीय किसान आजादी के 70 साल बाद भी गुलामी से मुक्त नहीं हुए हैं. साम्राज्यवाद व पूंजीवाद के गुलाम बने हुए हैं. किसान अपनी खेतों में गन्ना उपजाते हैं और खून पसीने से उसे सींचते हैं. लेकिन उसकी कीमत मिल मालिक तय करते हैं.
श्री यादव किसान मुक्ति यात्रा के भितिहरवा गांधी आश्रम में पहुंचकर गांधी जयंती के अवसर पर एक समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मोदी की सरकार पूंजीवादी व साम्राज्यवादी सरकार है. मोदी ने चुनाव के पहले किसानों से जो वादा किया था कि कांग्रेस ने देश के किसानों के साथ गद्दारी किया है.
उनकी सरकार बनेगी तो उनके फसल का डेढ़ा दाम देंगे. किसानों का सरकारी व साहूकारी ऋण माफ कर देंगे. लेकिन सरकार बनने के बाद किसान के विरोध में सरकार चला रहे हैं. अपने ही वादे को वे भूल गये हैं. राष्ट्रीय संयोजक भीचम सिंह भीम ने कहा कि गांधी जयंती पर सरकार को केवल माला पहनाना काम नहीं बल्कि जो गांधी ने चंपारण सत्याग्रह के माध्यम से किसानों को नीलहों से मुक्ति दिलायी थी. उसी तर्ज पर किसानों को समस्याओं से मुक्ति दिलाना ही श्रद्धांजलि होगी. राष्ट्रीय स्वराज सचिव राजनाथ सिंह ने सरकार के गलत नीतियों के खिलाफ भारतीय किसानों को एकजुट होने का आह्वान किया. कहा कि जब तक किसान एक मंच पर आकर सरकार को मुंहतोड़ जवाब नहीं देंगे. तब तक सरकार उनकी एक सुननेवाली नहीं है. वक्ताओं ने बताया कि यह किसानों की जत्था मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा व उत्तर प्रदेश होते हुए चंपारण पहुंची है. देश के 180 किसानों का संगठन 30 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान पहुंचेगी. वहां किसानों की एकमंच देश के लाखों किसानों के बलबूते सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी. मौके पर दर्जनों किसानों ने दिल्ली पहुंचने का भरोसा दिया.

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