कद्दू की कीमत आसमान पर, दउरा का भी भाव चढ़ा
बेतिया : लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर पूजा सामग्रियों समेत अन्य जरूरी वस्तुओं की खरीदारी के लिए लोगों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी. जिला मुख्यालय बेतिया में पर्व को लेकर पांच हजार से भी अधिक अतिरिक्त दुकानें सज गयी है. पूजा सामग्रियों व फलों की आसमान छूती महंगाई की परवाह किये बगैर श्रद्धालुओं […]
बेतिया : लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर पूजा सामग्रियों समेत अन्य जरूरी वस्तुओं की खरीदारी के लिए लोगों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी. जिला मुख्यालय बेतिया में पर्व को लेकर पांच हजार से भी अधिक अतिरिक्त दुकानें सज गयी है. पूजा सामग्रियों व फलों की आसमान छूती महंगाई की परवाह किये बगैर श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की. मंगलवार के दिन नहाय खाय से शुरु होनेवाले चार दिवसीय पर्व को लेकर काफी चहल पहल देखी जा रही है.
छठ पर्व में प्रयुक्त होने वाले केला, नारियल, ईंख, सेव, संतरा, मूली आदि की खरीदारी लोगों ने किया. सुबह से लेकर शाम तक श्रद्धलुओं की भीड़ मीना बाजार में जमी दिखी. इसके अलावे नया बाजार, हरिवाटिका, समाहरणालय चौक, आदि चौकों पर पर्व को लेकर कई स्पेशल दुकानें सजी दिखी. अधिक भीड़ को लेकर बाजार पूरे दिन जाम से कराहते रहा. छठ पर्व को लेकर सभी सामान की कीमत में उछाल दिखी. छठ को लेकर प्राय: सभी दुकानों पर भीड़ देखी जा रही है.
उसमें भी कपड़ों विशेष कर रेडिमेड कपड़ों की दुकानों पर अप्रत्याशित भीड़ देखी जा रही है.
भीड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लगता था कि पूरा जिला ही खरीदारी के लिए उतर आया हो. दुकानदार बताते हैं कि इस बार सरकारी कर्मियों को भुगतान में भले ही देरी हुई है लेकिन पर्व को ले सभी कहीं न कहीं से पैसे की व्यवस्था कर अपनी मांगों को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं.
चुड़ी लहठी की मांग बढ़ी : छठ को लेकर चूड़ी-लहठी के दुकानों पर भी महिलाओ की अप्रत्याशित भीड़ देखी गयी. लहठी दुकानदार फिरोज ने बताया कि इस बार जयपुर के लहठी की मांग ज्यादा है. वहीं नये फैशन के लहठी थ्री पीस चूड़ी की डिमांड ज्यादा रही.
पीतल के कठरा व सुपली की भी मांग
महापर्व छठ के नहाय खाय में कदुआ की प्रधानता रहने के कारण इस बार कदुआ का भाव आसमान पर रहा. रविवार तक 25 से 30 रुपये पीस बिकने वाला कदुआ की कीमत मंगलवार को 40 से 70 रुपये तक रहा. देर शाम इसकी कीमत में और उछाल हुआ.
दउरा सुपली भी खूब बिके :
छठ को लेकर दउरा सुपली बिक्री करनेवालों के भी नखरे कम नही रहे. 50 से 100 रुपये पीस सुपली एवं 125 से 300 रुपये प्रति पीस दउरा की बिक्री की गयी. यहीं हालत बेतिया के प्रसिद्घ डगरा की भी रही. हालाकि सुपली दउरा का स्थान पीतल के बने कठरा एवं सुपली के ले लेने से थोड़ी बिक्री पर असर देखा गया. फिर भी अन्य दिनों की अपेक्षा इसकी कीमत काफी तेज रही.