पहले भू-माफियाओं ने लूटा, अब उजाड़ रही सरकार

बेतिया : हजारी पशु मेला व आइटीआइ में बेतिया राज के जमीन पर अवैध कब्जा कर पक्का व कच्चा निर्माण कराये लोग अपने को ठगे महसूस कर रहे हैं. गंडक की तबाही से बेघर होकर नये आसियाने की तलाश में राज के जमीन पर घर बनाये. आसियाने के लिए भू-माफिया के चंगुल में फंसे. औने-पौने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2017 6:37 AM

बेतिया : हजारी पशु मेला व आइटीआइ में बेतिया राज के जमीन पर अवैध कब्जा कर पक्का व कच्चा निर्माण कराये लोग अपने को ठगे महसूस कर रहे हैं. गंडक की तबाही से बेघर होकर नये आसियाने की तलाश में राज के जमीन पर घर बनाये. आसियाने के लिए भू-माफिया के चंगुल में फंसे. औने-पौने की दाम में मिले बेतिया राज के जमीन पर घर बना कर वर्षों से रह रहे हैं.

जिससे भू-माफिया बेतिया राज की इस जमीन करोड़ों की कमाई हुई. लेकिन अब बेतिया राज की सख्ती से इनका आसियाना उजड़ता हुआ नजर आ रहा है. लोगों को डर सता रहा है कि इस ठंड के मौसम में उनका अगला ठिकाना कहां होगा. प्रभात खबर ने इस मामले में प्रड़ताल किया,तो उनका दर्द जुंबा पर आ गया.

प्रभु राम की पत्नी बेबी देवी कहती है कि पूर्व में उनका आशियाना गहिरी मिशन के पास था. लेकिन दस वर्ष पूर्व आये गंडक के विनाशकारी बाढ़ ने सबकुछ तबाह कर दिया. बेघर होकर बेतिया आयी. हजारी पशु मेला में 30 हजार में जमीन खरीदी. तब से अब तक वे घर बनाकर अपने परिवार व दिव्यांग भाई के साथ रह रही है. पति राजमिस्त्री का काम करते हैं,तो वह खुद घर-घर जाकर चुड़ी बेचती है. जिससे उनका घर चलता है. बेबी देवी
योगापट्टी के पिपरहिया निवासी जगत प्रसाद की पत्नी सरस्वती देवी कहती है कि सात साल पहले बाढ़ ने सब कुछ तबाह कर दिया. उसके बाद वह हजारी में करीब एक लाख कीमत देकर घर बनायी. अब बिना नोटिस किये बेतिया राज अतिक्रमण हटाने के नाम पर उनके घर तोड़ेगा. घर टूटने के बाद बेघर हो जायेंगी. ऐसी स्थिति में उनका अब क्या होगा, यह सोच कर डरी हुई है.
सरस्वती देवी
योगापट्टी के चौमुखा निवासी उमेश यादव का कहना है कि गंडक की त्रासदी ने सब कुछ 10 साल पहले सब छीन लिया था. उसके बाद बेतिया राज के खाली जमीन पर घर बना कर रहते आ रहे हैं. बेतिया राज ने न तो कोई नोटिस दिया व न ही सूचना. अब अतिक्रमण हटाने की बात कह रहा है. ऐसी प्रस्थिति में उनका पूरा सड़क पर आ जायेगा उमेश यादव
नौतन प्रखंड के शिवराजपुर निवासी अहमद अली सत्रह वर्ष से रहते हैं. गंडक की ने सब कुछ तबाह कर दिया था. प्रशासन की ओर से उन्हें बेतिया राज की जमीन पर बसाने की आश्वासन दिया गया. तांगा चलाकर सात लोगों के परिवार का भरण पोषण करते आ रहे हैं. छह माह पहले नोटिस दिया गया था. अब उनको बेघर करने की साजिश की जा रही है. अहमद अली
बेतियाराज
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