पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

अतिक्रमण अभियान. डीएम आवास के पास सड़क घेर की आगजनी अतिक्रमण हटाने को लेकर दूसरे दिन भी हुआ विवाद, प्रशासन ने कब्जा हटाने के लिए पांच दिन का दिया समय पुलिस ने आक्रोशितों को पीटा, बेकाबू हुए हालात बेतिया : राज की भूमि पर अतिक्रमण हटाने को लेकर लगातार दूसरे दिन लोगों ने बवाल किया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2017 5:30 AM

अतिक्रमण अभियान. डीएम आवास के पास सड़क घेर की आगजनी

अतिक्रमण हटाने को लेकर दूसरे दिन भी हुआ विवाद, प्रशासन ने कब्जा हटाने के लिए पांच दिन का दिया समय
पुलिस ने आक्रोशितों को पीटा, बेकाबू हुए हालात
बेतिया : राज की भूमि पर अतिक्रमण हटाने को लेकर लगातार दूसरे दिन लोगों ने बवाल किया. सुबह ही डीएम आवास के पास जुटे महिला, पुरूष व बच्चों ने सड़क को घेरते हुए वहीं धरना शुरू कर दिया और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. बेघर हुए आक्रोशितों ने सड़क पर ही आगजनी शुरू कर दी और बवाल मचाने लगे. लोगों को गुस्सा देख तत्काल डीएम आवास की सुरक्षा कड़ी कर दी गई. सूचना मिलते ही एसडीएम सुनील कुमार, एसडीपीओ संजय झा व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे आक्रोशितों को समझाने में जुट गये. इस दौरान वार्ता के बाद अधिकारियों ने पांच दिन का समय दिया और सभी को वापस जाने के लिए तैयार कर दिया.
आक्रोशित वापस जा रहे कि तभी कुछ पुलिसकर्मियों ने लाठी भांजनी शुरू कर दी. लोगों को दौड़ाया जाने लगा. महिलाओं व बच्चों तक को पीटा गया. यहां तक की तो राहगीर भी रास्ते में आ गये. पुलिस ने उनकी भी पिटाई शुरू कर दी. इसको लेकर एक बार फिर लोगों का गुस्सा भड़क उठा. सभी पुलिस केंद्र के सामने बगीचे में इकट्ठा होकर नारेबाजी शुरू कर दिये. इसके बाद तो पुलिस ने बबर्रता शुरू कर दी. आरोप है कि लोगों को बगीचे में घसीट-घसीट के पीटा गया. बाइक चालकों को भी मारा गया. इतना ही नहीं हजारी ग्राउंड में भी घुसे सिपाहियों ने लोगों को पीटा. बता दें कि बेतियाराज की भूमि से बुधवार को अतिक्रमण हटाया गया था. इसके बाद से अगले दिन गुरूवार को अतिक्रमण हटाने की बात कही गई थी. लेकिन दूसरे दिन सुबह से लोग डीएम आवास के समीप जुटने लगे और महिलाओं और बच्चों के साथ सड़क पर बैठ धरना देना शुरू कर दिया. इसे देख प्रशासन व पुलिस अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे. यहां बता दें कि बेतियाराज की ओर से हजारी व आइटीआई के 1017 अतिक्रमणकारियों को चिन्हित किया गया. जिनके खिलाफ वाद की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बुधवार से अतिक्रमण हटाने की अभियान शुरू की गई.
दो को हिरासत में लेकर बाद में छोड़ा
डीएम आवास के पास बवाल कर रहे लोगों में से पुलिस ने एक रिक्शा चालक समेत दो लोगों को हिरासत में लिया. बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. इन दोनों पर लोगों को बवाल के लिए उकसाने का आरोप लगाया जा रहा था. करीब आधे घंटे तक हिरासत में रखने के बाद इन्हें छोड़ दिया. हालांकि छोड़ने के बाद वापस जा रहे इन लोगों को भी पुलिस की लाठियां खानी पड़ी.अतिक्रमण हटाने को लेकर दूसरे दिन आक्रोशित गोलबंद दिखे. सूत्रों की माने तो रात में सभी अतिक्रमणकारियों ने आपस में बैठक भी की. इतना ही नहीं सुबह के समय लाउडस्पीकर से एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया गया. इसके बाद महिलाओं व बच्चों के साथ सभी डीएम आवास के समीप पहुंचे धरना देना शुरू कर दिया. यहां भी पीड़ितों ने लाउडस्पीकर से कहा कि वह पुलिस पर कोई पथराव नहीं करेंगे. सभी शांतिपूर्ण धरना देंगे. लेकिन आजगनी के बाद मामला बिगड़ गया.
पुलिस की बर्बरता से हालात बेकाबू हो गये.
पांच दिन का दिया गया समय: एसडीएम
अतिक्रमण हटाओ अभियान फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. अतिक्रमणकारियों को पांच दिन का समय दिया गया है. पांच दिन के भीतर वह खुद अपना अतिक्रमण हटा लें. इसके बाद फिर से अभियान चलाया जायेगा. चिन्हित सभी अतिक्रमण हटाये जायेंगे. लोगों से अपील है कि वह पांच दिन के भीतर खुद ही अपना कब्जा हटा लें. इससे उन्हें सहूलियत होगी.

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