घंटों बंद रहीं डॉक्टर दुर्व्यवहार . हाजिरी कटी, तो भड़क उठा अनुसेवक

बेतिया : मझौलिया पशु चिकित्सालय में कार्यरत अनुसेवक की जब चार दिन की हाजिरी कटी, तो वह भड़क गया. पशु अस्पताल में पदस्थापित महिला डॉक्टर राखी से अभद्र व्यवहार करते हुए उपस्थिति पंजी छीन ली और उसे वापस देने से इनकार कर दिया. अनुसेवक की कारगुजारी के कारण महिला डॉक्टर को घंटों एक कमरे में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2017 5:09 AM

बेतिया : मझौलिया पशु चिकित्सालय में कार्यरत अनुसेवक की जब चार दिन की हाजिरी कटी, तो वह भड़क गया. पशु अस्पताल में पदस्थापित महिला डॉक्टर राखी से अभद्र व्यवहार करते हुए उपस्थिति पंजी छीन ली और उसे वापस देने से इनकार कर दिया.

अनुसेवक की कारगुजारी के कारण महिला डॉक्टर को घंटों एक कमरे में बंद रहना पड़ा.
घटना की सूचना पर पहुंचे पशुपालन विभाग के पदाधिकारियों ने कमरे में बंद महिला डॉक्टर को बाहर निकाला. इस बारे में महिला डॉक्टर ने जिलाधिकारी डाॅ निलेश रामचंद्र देवरे से लिखित शिकायत की है. डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया है. डीएम को दिये आवेदन में महिला डॉक्टर डाॅ राखी ने बताया है कि चार दिसंबर को क्षेत्रीय निदेशक, उत्तर बिहार प्रक्षेत्र मुजफ्फरपुर ने पशु अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था. औचक निरीक्षण के दौरान अनुसेवक राजेश्वर राय कर्तव्य स्थल से पहली दिसंबर से गायब मिला. इसको गंभीरता से लेते हुए अनुसेवक की चार दिन की हाजिरी क्षेत्रीय निदेशक ने काट दी.
हाजिरी काटने की भनक मिलते ही अनुसेवक एक घंटे बाद अस्पताल में पहुंचा. महिला डॉक्टर से गाली-गलौज करते हुए अभद्र व्यवहार भी करने लगा. अनुसेवक की डर से महिला डॉक्टर कमरे में बंद रही. उसके बाद मोबाइल से विभाग के वरीय अधिकारियों की सूचना दी. सूचना पर डाॅ अतुल कुमार श्रीवास्तव, डाॅ सुनील सिन्हा, डाॅ एजराइल रवि हसन पहुंचे. पशु चिकित्सालय से बाहर निकाल सुरक्षित जिला पशुपालन कार्यालय बेतिया पहुंचा. जिससे महिला डॉक्टर की जान बची.
महिला चिकित्सक से अनुसेवक ने छीनी उपस्थिति पंजी, वापस करने से किया इंकार
सूचना पर पहुंचे पशुपालन विभाग के पदाधिकारी, महिला डॉक्टर को कमरे से बाहर निकाला
अनुसेवक की कारगुजारी के खिलाफ डीएम से लिखित शिकायत

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