फोन पर खूब सुनाती हैं अगवा व्यवसायी की मां, दर्द समझ रहता हूं चुप : डीआइजी

बेतिया : निवर्तमान एसपी सह मगध रेंज के स्थानान्तरित डीआईजी विनय कुमार ने बुधवार की देर शाम आयोजित विदाई समारोह में खुलकर अपने दिल की बातें कही. कहा कि आईपीएस बनने के बाद उन्हें बहुत से जगहों पर काम करने का मौका मिला. कई जगहों पर वह एसपी रहे, लेकिन अपने जानते हुए में उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2018 4:49 AM

बेतिया : निवर्तमान एसपी सह मगध रेंज के स्थानान्तरित डीआईजी विनय कुमार ने बुधवार की देर शाम आयोजित विदाई समारोह में खुलकर अपने दिल की बातें कही. कहा कि आईपीएस बनने के बाद उन्हें बहुत से जगहों पर काम करने का मौका मिला. कई जगहों पर वह एसपी रहे, लेकिन अपने जानते हुए में उन्होंने कभी गलत नहीं होने दिया.

मोतिहारी के अगवा व्यवसायी अमित के मामले में बोलते हुए एसपी ने कहा कि अभी भी अमित की मां को उनके बेटे के जिंदा होने की उम्मीद है. इस उम्मीद में वह अमूमन हर रोज मुझे फोन करके खूब सुनाती हैं. मैं उनका दु:ख, दर्द समझ सकता हूं. इसलिए चुप रहता हूं. मैं उन्हें यह भी नहीं कह सकता कि उनका बेटा अब हैं या नहीं है.

एसपी यही नहीं थमे उन्होंने कहा कि यदि सभी पुलिस पदाधिकारी उनतक पहुंचने वाले फरियादियों में अपनी मां, बहन, बेटा, पिता का चेहरा देखे तो कोई समस्याएं आयेंगे ही नहीं. उन्होंने जाते-जाते पुलिस पदाधिकारियों को फरियादियों के साथ अच्छा बर्ताव करने की सलाह दी. श्री कुमार ने आगे कहा कि पुलिस के पास मौजूद संसाधन, मैन पॉवर बेहद कम है.
ऐसे में उपलब्ध संसाधनों में क्राइम कंट्रोल एक चुनौती है, लेकिन आपकी सहयोग से यह संभव हो सका. एसपी ने कहा कि कोई भी मामला आने के बाद पुलिस उसपर लग जाती है. समय बेहद कम होता है. ऑपरेशन सफल होने पर अपराधियों का मनोबल टूटता है, असफल होने पर जनता का मनोबल टूटता है. विदाई समारोह को सदर एसडीपीओ संजय झा, नरकटियागंज डीएसपी अमन कुमार, सहोदरा थानाध्यक्ष केएम गुप्ता, इंस्पेक्टर जितेंद्र प्रसाद, अभय पासवान ने संबोधित किया. मंच संचालन अधिवक्ता रमेश चंद्र पाठक ने की.
जाते-जाते प्रजीत की गिरफ्तारी करा गये एसपी : एसपी विनय कुमार की उपलब्धियों में बुधवार को एक और उपलब्धि जुड़ गई. अपने कार्यकाल में उन्होंने जहां कुख्यात समीर, गोरख, जाकिर समेत तमाम अधिकारियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया. वहीं स्थानान्तरण के समय कुख्यात प्रजीत की भी गिरफ्तारी करा दी. प्रजीत पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था.
जिला जज अभिमन्यु लाल श्रीवास्तव ने कहा कि आप बेतिया में एक एसपी बनकर आये थे, लेकिन ढाई साल के कार्यकाल में आपकी उपलब्धि ऐसी रही कि आप यहां से एसपी विनय नहीं बल्कि विनय बाबू बनकर जा रहे हैं. जिलाधिकारी डा निलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि बेतिया में उनकी तैनाती के बाद से ही अगस्त में बाढ़ आ गई. मैं नया था. एसपी विनय कुमार का इसमें पूरा सहयोग मिला. वह मेरे साथ कई जगहों तक गये और पूरा सहयोग किया. मैं इनके उज्जवल भविष्य व अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं.

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