सिद्धांत की लड़ाई लड़ रहा जदयू : नीतीश
बगहा/नरकटियागंज/मैनाटांड़ः इस चुनाव में जदयू सिद्धांत की लड़ाई लड़ रहा है. बिहार के विकास, अमन-शांति और समाज के सभी वर्गो के अधिकार की लड़ाई है. महिलाओं के आत्मसम्मान की रक्षा और उनके अधिकार का संघर्ष है. जात-पात की ओछी राजनीति जदयू नहीं करता. अन्य पार्टियों का कोई सिद्धांत नहीं है. वे सत्ता की भूखी हैं. […]
बगहा/नरकटियागंज/मैनाटांड़ः इस चुनाव में जदयू सिद्धांत की लड़ाई लड़ रहा है. बिहार के विकास, अमन-शांति और समाज के सभी वर्गो के अधिकार की लड़ाई है. महिलाओं के आत्मसम्मान की रक्षा और उनके अधिकार का संघर्ष है. जात-पात की ओछी राजनीति जदयू नहीं करता. अन्य पार्टियों का कोई सिद्धांत नहीं है. वे सत्ता की भूखी हैं.
कुरसी के लिए किसी भी हद तक गिर सकती हैं. हम अपने सिद्धांत से कभी समझौता नहीं कर सकते. समाज को तोड़ने और भाई-भाई में लड़ाई करा कर सत्ता हासिल करना जदयू का सिद्धांत नहीं है. बहुत प्रयास के बाद क्षेत्र में अमन और शांति का माहौल कायम हुआ है. किसी के बहकावे में आकर इसे बरबाद नहीं होने दें. ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहीं. वे गुरुवार को बगहा में बथुवरिया के शेरा बाजार और नरकटियागंज के रामपुरवा हाइ स्कूल मैदान में चुनावी सभाओं को संबोधित कर
रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा, हिंदू-मुसलिम एकता से ही देश मजबूत होगा. भाजपा ने जिसे अपना प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाया है, उस पर देश के अल्पसंख्यक भरोसा नहीं करते हैं. जब तक भाजपा के लोग सरकार में शामिल थे, उन्हें बिहार में विकास दिख रहा था. अब वे सरकार से अलग हो गये हैं, तो उन्हें विकास नहीं दिख रहा है. यह स्वार्थ की राजनीति है. उन्होंने कहा, अब भय मुक्त बिहार बनेगा. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा के लिए जरूरी है कि दिल्ली में हमारे सांसद मजबूत स्थिति में पहुंचें. तभी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा. जबतक विशेष राज्य दर्जा नहीं मिलेगा, तबतक बिहार का चौमुखी विकास संभव नहीं है.