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केंद्र सरकार की दमनात्मक नीति का होगा पुरजोर विरोध

बेतिया : एसएसटी एक्ट को निष्प्रभावी करने वाले फैसले एवं शिक्षा का निजीकरण, बाजारीकरण और भगवाकरण के विरोध में बहुजन महासभा ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के सामने जनसंसद का आयोजन किया. इसमें जिले के विभिन्न प्रखंडों के लोगों ने भाग लिया. जनसंसद को संबोधित करते हुए बहुजन महासभा संघपाल नाथू रवि ने कहा कि आज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2018 6:15 AM

बेतिया : एसएसटी एक्ट को निष्प्रभावी करने वाले फैसले एवं शिक्षा का निजीकरण, बाजारीकरण और भगवाकरण के विरोध में बहुजन महासभा ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के सामने जनसंसद का आयोजन किया. इसमें जिले के विभिन्न प्रखंडों के लोगों ने भाग लिया. जनसंसद को संबोधित करते हुए बहुजन महासभा संघपाल नाथू रवि ने कहा कि आज एक तरफ पूरे देश में जाति के आधार पर जुल्म, ज्यादती, छुआछूत और भेदभाव बढ़ा है. दूसरी तरफ सरकार एससी/एसटी एक्ट को निष्प्रभावी बनाने में लगी हुई है. श्री रवि ने कहा कि आजादी के इतने दिनों के बाद भी गांव से शहर, संसद, कार्यालय, मंदिर और खेत खलिहान तक जातीय उत्पीड़न उन्माद और भेदभाव के मामले आ रहे हैं.

दलितों की हत्या, बलात्कार की घटनायें लगातार जारी है. इस हालत में यह फैसला घोर जातिवादी व मनुवादी मानसिकता से प्रेरित प्रतीत होता है. जनसंसद के माध्यम से नौ सूत्री मांगों को सौंपा गया. जनसंसद को नगीना राम, प्रभु भगत, मोहन प्रसाद गौतम विक्रम राम,सिकंदर राम, रविशेखर, सुभाष राम, डा़ डी पी चौधरी, तारकेश्वर बौद्ध, दीपक कुमार आदि ने भी संबोधित किया.

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