बगहा : अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को वर्ष 2021 की जनगणना के बाद आबादी के अनुसार आरक्षण दिया जायेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय थारू कल्याण महासंघ के 40वें महाधिवेशन ‘थारू महोत्सव’ का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए यह घोषणा की. मुख्यमंत्री ने शराबबंदी, दहेज उन्मूलन, नशामुक्ति समेत विकास की खुल कर चर्चा की. वहीं, थारू महासभा ने मुख्यमंत्री के सामने सात सूत्री अपनी मांगें रखीं. इससे पहलेमुख्यमंत्री नीतीश कुमार पश्चिम चंपारण के दो दिवसीय दौरे की शुरुआत करते हुए मंगलवार को बगहा पहुंचे. यहां पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया. स्कूली छात्राओं ने स्वागत गान गाकर मुख्यमंत्री का स्वागतकिया.
थारु महासभा के उद्घाटन सत्र में लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि थारू जनजाति के लिए उन्होंने बहुत प्रयास किया है. केंद्र में जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी, तब वह रेल मंत्री हुआ करते थे. उससमय उन्होंने तत्कालीन आदिवासी मंत्री से मिल कर थारू समाज को जनजाति का दर्जा दिलाने का कार्य किया था. इसके बाद बिहार में मुख्यमंत्री बनने के बाद जनवरी 2009 में विकास यात्रा के पूर्व उसी दिन सुबह में कैबिनेट की बैठक बुला कर थारू समाज के लिए थरुहट समेकित विकास अभिकरण लागू किया. इसके माध्यम से अभी तक 125 करोड़ की राशि थारू समाज के लिए खर्च की गयी है. कुल 260 योजनाएं चयनित की गयीं, जिनमें से 239 योजनाएं पूरी कर ली गयी हैं. वहीं,मुख्यमंत्री ने कहा कि नौरंगिया गोली कांड को लेकर बताया कि वह घटना से काफी व्यथित हैं.
मुख्यमंत्री ने शराबबंदी और दहेज उन्मूलन पर एकजुट होने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिए शराबबंदी की गयी है. अगर कोई शराब पीता है, तो आपलोग भी उसे समझाइये कि शराब बुरी चीज है. हमें शराबबंदी से नशाबंदी तक पहुंचना है. इसके साथ-साथ दहेज प्रथा को भी समाप्त करना हमारा मकसद है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि हर टोले तक सड़क, पुल और बिजली पहुंचायी गयी है. लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत सूबे के ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त बनाने का लक्ष्य है. बापू की 150वीं जयंती तक बिहार को स्वच्छ बना दिया जायेगा. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गन्ना मंत्री खुर्शीद आलम भी मौजूद थे.
सभा को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वाल्मीकिनगर पहुंचेंगे. यहां कालेश्वर में बने हाथी कैंप का उद्घाटन करेंगे. कालेश्वर हाथी कैंप में कर्नाटक से लाया गया मणिकंठा हाथी माला पहनाकर मुख्यमंत्री का स्वागत करेगा. इसके बाद वह जंगल सफारी करते हुए मंगुराहा स्थित वन विश्रामगृह पहुंचेंगे और वहां रात्रि विश्राम करेंगे. बुधवार को मुख्यमंत्री सुपौल के लिए रवाना हो जायेंगे और वहां बैठक में शामिल होंगे. मुख्यमंत्री के दो दिवसीय पश्चिम चंपारण के दौरे को लेकर आगमन भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.