बिहार : थारु महाधिवेशन में जब सीएम ने कहा, चंपारण से हैं लगाव, साल में जरूर आता हूं एक बार

थारु महाधिवेशन. दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे सीएम ने हाथी कैंप का किया उद्घाटन, कहा बगहा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2010-11 में समेकित थरुहट विकास अभिकरण के गठन के बाद से अबतक 97 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इस साल इस पर 27.61 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इसके अलावा छात्रावास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 23, 2018 7:30 AM
थारु महाधिवेशन. दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे सीएम ने हाथी कैंप का किया उद्घाटन, कहा
बगहा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2010-11 में समेकित थरुहट विकास अभिकरण के गठन के बाद से अबतक 97 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इस साल इस पर 27.61 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे.
इसके अलावा छात्रावास में रहनेवाले एससी/एसटी छात्रों को प्रत्येक माह एक हजार का अनुदान व नौ किलो चावल तथा छह किलो गेहूं दिये जायेंगे. लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करनेवाले एससी/एसटी छात्रों को 50 हजार तथा राष्ट्रीय स्तर के लोक संघ सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करने पर आगे की पढ़ाई के लिए एक लाख रुपये दिये जायेंगे.
थारु महासभा के अधिवेशन में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री ने तमाम योजनाओं की जानकारी दी. इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने दीप जला कर कार्यक्रम की शुरुआत की. थारु कल्याण महासंघ के अध्यक्ष दीपनारायण प्रसाद व अन्य थारु नेताओं ने माला पहना कर सीएम का भव्य स्वागत किया. संघ के सचिव राजकुमार महतो ने अभिनंदन पत्र पढ़ कर सीएम को सुनाया.
महामंत्री जिला परिषद के अध्यक्ष शैलेंद्र गढ़वाल ने सीएम के सामने सात सूत्री मांग रखी. सचेतक चंद्रकांती देवी ने मुख्यमंत्री का अभिवादन किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने यहां पांच एससी/एसटी आवासीय विद्यालय निर्माण की बात कही थी, इनमें से चार चल रहे हैं. शेष एक का भी निर्माण पूरा हो गया है. इन विद्यालयों पर 59 करोड़, छात्रावास पर 17 करोड़ व एकलव्य मॉडल स्कूल पर 35 करोड़ की राशि लगी है.
उन्होंने कहा कि अनुसूचित/जनजाति के 2041 युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षित कर बिहार और बिहार से बाहर जॉब दिलाया गया. थारु कल्याण महासंघ की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बगहा-दो प्रखंड को सिंधाव में स्थापित करने के लिए वह डीएम से रिपोर्ट भेजने के लिए कह दिये हैं.
रिपोर्ट के आधार पर सिंधाव को प्रखंड मुख्यालय बनाया जायेगा. नारी सशक्तीकरण पर उन्होंने कहा कि बिहार पहला ऐसा राज्य है, जहां महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है. स्वयं सहायता समूह के जरिये महिलाएं स्वावलंबी हो रही हैं. पोशाक व साइकिल योजना से बालिका शिक्षा बढ़ी है.
मौजूद जनसमूह में महिलाओं की संख्या अधिक देखते हुए सीएम ने कहा कि थारू समाज में महिला सशक्तीकरण को दिखाता है. अंत में उन्होंने कहा कि उन्हें चंपारण से काफी लगाव है. साल में कम-से-कम एक बार वह जरूर यहां आते हैं.
कन्याओं के जन्म लेते ही मिलेगी मदद, ग्रेजुएट तक मिलेंगे 54,100 रुपये
मुख्यमंत्री ने इस दौरान कन्या शिक्षा और नारी सशक्तीकरण पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कन्या उत्थान योजना के तहत बालिकाओं को जन्म से लेकर स्नातक तक अब 54,100 रुपये मिलेंगे. इसके तहत लड़की के जन्म पर दो हजार, एक साल बाद आधार से लिंक कराने पर एक हजार, दो साल बाद पूर्ण टीकाकरण कराने पर दो हजार रुपये की राशि मिलेगी.
इसके बाद प्राथमिक स्तर पर पोशाक राशि अब 400 के बढ़ कर 600, कक्षा तीन से पांच तक 500 से बढ़ कर 700, कक्षा छह से आठ तक 700 से बढ़ कर 1 हजार, 12वीं तक एक हजार से बढ़ कर 1500 रुपये पोशाक राशि में दिये जायेंगे. 12वीं पास करने पर छात्राओं को 10 हजार व स्नातक पास करने पर 25 हजार तथा नैपकिन के लिए अब 300 रुपये दिये जायेंगे.

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