बेतियाः गरमी की तपिश व गरम हवा के थपेड़ों से जल्द ही लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है. बिहार में 12 से 13 जून को मॉनसून के प्रवेश करने की संभावना है. 13 जून से बारिश होने की उम्मीद है. माधोपुर कृषि केंद्र के वैज्ञानिक एसएन सिंह ने बताया कि एक जून को केरल में मॉनसून आ रहा है. केरल में मॉनसून आने के करीब 12 दिन बाद बिहार में भी मॉनसून आ जाता है. इससे 12 से 13 जून तक बिहार में मॉनसून आने की पूरी संभावना है. हालांकि उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 10 प्रतिशत कम बारिश होने की उम्मीद भी है.
अब तक हुई मात्र 50-55 एमएल बारिश
इस क्षेत्र में मात्र इस बार 50 से 55 एमएल ही बारिश हुई है. जिससे आम-लीची के उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. कृषि वैज्ञानिक श्री सिंह का कहना है कि अगर समय से बारिश होती तो आम व लीची के फल के आकार बढ़ेंगे. लेकिन अभी फलों का आकार भी नहीं बढ़ा और लीची के फल पकने भी लगे. किसानों को सुझाव है कि वे आम व लीची के बागों में समय-समय पटवन का कार्य जारी रखे. पटवन से फलों का आकार भी बढ़ेगा.
गरमी में होने वाली बीमारी से बचें
गरमी के मौसम में अगर बारिश होती है तो काफी राहत मिलती है. लेकिन बारिश होने से कई रोग भी बढ़ भी जाते हैं. जैसे सबसे ज्यादा डायरिया होने का खतरा बढ़ जाता है. फिजिसियन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि खासकर डायरिया इस मौसम में होता है. वहीं चर्म रोग भी बढ़ जाता है. उन्होंने बताया कि धूप से बचे ज्यादा पानी पीएं और ताजा खाना खाएं. अगर थोड़ी भी परेशानी हो तुरंत डॉक्टर का सलाह लें.