बेतिया : शराबबंदी के बाद की गयी कार्रवाई के तहत बेतिया मंडल कारा में बंद गिरफ्तार आरोपितों के जमानत आवेदन पर सुनवाई नहीं होने पर बंदियों ने मंगलवार की सुबह आमरण अनशन शुरू कर दिया. जमानत आवेदन पर सुनवाई नहीं होने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. मंडल कारा में क्षमता से ढाई गुना बंदियों-कैदियों को रखा गया है. इससे कारा में सोने की जगह भी नहीं मिल रही है.
जानकारी के मुताबिक, शराबबंदी के तहत की गयी कार्रवाई में गिरफ्तार आरोपितों को बेतिया मंडल कारा भेज दिया गया है. मंडल कारा में 630 कैदियों के रखने की क्षमता है. शराबबंदी के तहत गिरफ्तार किये गये 1580 कैदियों को यहां रखा गया है. इससे जेल में उन्हें सोने की जगह भी नहीं मिल पा रही है. वहीं, अधिवक्ताओं द्वारा पिछले डेढ़ माह से विशेष कोर्ट का बहिष्कार किये जाने से मामले की सुनवाई नहीं हो पा रही है. अधिवक्ताओं के कार्य बहिष्कार के कारण गिरफ्तार कैदियों के जमानत आवेदन पर सुनवाई नहीं हो पा रही है. जमानत आवेदन पर सुनवाई नहीं होने से क्षमता से ढाई गुना ज्यादा कैदी होने के कारण मंडल कारा में हालात बिगड़ गये हैं. मंडल कारा के कैदियों ने मांगों के समर्थन में मंगलवार की सुबह आमरण अनशन पर चले गये. साथ ही उन्होंने कैदियों को पेशी पर जाने से रोकने की चेतावनी भी दी है. मालूम हो कि बीते दिनों रात में सोने को लेकर मारपीट भी हुई थी.