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कहीं लंबी कतार, तो कहीं नो कैश

* शहर में स्थित विभिन्न बैंकों की एटीएम सेवा बदहालबेतिया : जिला मुख्यालय बेतिया में इन दिनों एटीएम सेवा चरमरा सी गयी है. पैसे निकालने के लिए एटीएम केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारों का लगना ग्राहकों के लिए मुसीबत बनती जा रही है. कहने को तो जिला मुख्यालय में विभिन्न बैंकों की दर्जनों एटीएम शाखाएं हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:44 PM

* शहर में स्थित विभिन्न बैंकों की एटीएम सेवा बदहाल
बेतिया : जिला मुख्यालय बेतिया में इन दिनों एटीएम सेवा चरमरा सी गयी है. पैसे निकालने के लिए एटीएम केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारों का लगना ग्राहकों के लिए मुसीबत बनती जा रही है. कहने को तो जिला मुख्यालय में विभिन्न बैंकों की दर्जनों एटीएम शाखाएं हैं. लेकिन चार-पांच एटीएम को छोड़ दें तो बाकी के एटीएम बस सफेद हाथी के सामान ही हैं.

एटीएम के माध्यम से रुपयों की निकासी का हाल यह है कि सुबह 7-8 बजे से दोपहर के तीन बजे तक शहर की अधिकांश एटीएम शाखाओं में पैसे नहीं होते और उनका आधा शटर गिरा हुआ रहता है. दो-चार एटीएम काउंटरों थोड़े-बहुत पैसे होते भी हैं वहां ग्राहकों की लंबी-लंबी कतारें लगी होती है.

जबकि लगन के मौसम में आम तौर पर लोग ग्रामीण इलाके से खरीदारी करने के लिए 10-11 बजे तक शहर पहुंचते हैं. फिर शुरू होती एटीएम केंद्रों से पैसे निकालने की मशक्कत. कई बार तो लोग एक एटीएम से दूसरे एटीएम का घंटों चक्कर लगाते रह जाते हैं. फिर भी रुपये की निकासी संभव नहीं हो पाती है.

हालांकि लोगों को एटीएम संबंधी हो रही इस परेशानी के लिए न तो प्रशासनिक स्तर से ही पहल की जाती है और न ही बैंकों की ही इसमें रुचि होती है. ऐसे में लोग अपने ही जमा रुपयों की निकासी करने के लिए समय व परेशानी दोनों से रूबरू होने को मजबूर हैं.

* बैंकों की स्थिति भी है बदतर
रुपये-पैसे के लेन-देन में बैंकों की स्थिति तो और भी भयावह है. शहर में विभिन्न बैंकों की बढ़ती शाखाओं के बावजूद जमा व निकासी करने क लिए लोगों को घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ता है. यूं समझिये की यदि किसी को बैंक से लेन-देन करना हो तो उसे अपने कीमती समय का पूरा दिन या फिर कम से कम आधा दिन निश्चित रूप से जाया करना होगा.

ऊपर से बैंक कर्मियों के नखड़े सहने पड़े या फिर चिरौरी करनी पड़े सो अलग. यही नहीं यह भी तब ही संभव है जब बैंकों के लिंक बेवफाई न करें. नहीं तो आये दिन बैंक शाखाओं में लिंक फेल है का बोर्ड लगना आम
बात है.

* सेंट्रल बैंक का नहीं है एटीएम
सेंट्रल बैंक जिले का लीड बैंक है बावजूद उसने अभी तक अपना एटीएम नहीं लगाया है. हालांकि यह अपने ग्राहकों को एटीएम कार्ड जारी करता है. पूरे जिला में एसबीआइ के बाद सर्वाधिक 21 शाखाएं इसी बैंक की है लेकिन इसका अपना एक भी एटीएम केंद्र नहीं है. बावजूद इसके सीबीआइ अपने ग्राहकों ग्राहकों को दूसरे बैंकों के एटीएम के सहारे एटीएम कार्ड जारी करती है.

इसके अतिरिक्त इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक भी बिना खुद के एटीएम के एटीएम कार्ड जारी करते हैं. वहीं कुछ ऐसे भी बैंक हैं जिनके अपने एटीएम भी हैं लेकिन उसमें से निकासी कभी सप्ताह में तो कभी माह में ही संभव हो पाती है. अधिकांशत: वे खराब रहते हैं या फिर उसमें कैश नहीं होता.

* अधिकारी बोले
जिले में सेंट्रल बैंक के आठ एटीएम तीन महीने में खुल जाएंगे. जिसमें दो एटीएम बेतिया शहर में लगेंगे. अरुण कुमार झा, एलडीएम, सेंट्रल बैंक

* बदहाल सेवा
सुबह से दोपहर तक अधिकांश एटीएम में नहीं रहता है कैश
लगन के मौसम व चिलचिलाती धूप में एटीएम केंद्रों पर लग रही है लंबी कतार
त्रस्त हैं उपभोक्ता

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