थोड़ी देर होती तो हो जाती मौत !
थोड़ी देर होती तो हो जाती मौत ! -राहगीरों की नजर ने बचा ली बच्ची की जान बेतियाः संत घाट स्थित राज के बगीचा से यदि राहगीर नहीं गुजरते तो बलात्कार पीड़िता के साथ क्या हुआ कोई नहीं जान पाता. थोड़ी देर हो जाती तो शायद वह दम तोड़ देती. राहगीरों ने बच्ची से उसका […]
थोड़ी देर होती तो हो जाती मौत !
-राहगीरों की नजर ने बचा ली बच्ची की जान
बेतियाः संत घाट स्थित राज के बगीचा से यदि राहगीर नहीं गुजरते तो बलात्कार पीड़िता के साथ क्या हुआ कोई नहीं जान पाता. थोड़ी देर हो जाती तो शायद वह दम तोड़ देती. राहगीरों ने बच्ची से उसका नाम-पता पूछ घटना की सूचना उसके परिजनों तक पहुंचायी. मौके पर पहुंचे माता-पिता भी बच्ची की स्थिति देख दहल गये.
तुरंत उसे ले कर हॉस्पिटल की ओर भागे. अचानक उनकी दिशा बदली और वे सबसे पहले अपनी पुत्री लेकर थाना पहंचे. पुलिस ने पीड़िता की हालत नाजुक देख उसे सदर अस्पताल में भरती कराया. एसपी सौरभ कुमार साह ने भी इस घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पीड़िता की स्थिति काफी नाजुक थी. अगर थोड़ी देरी हो जाती शायद वह दम तोड़ देती.
संत घाट निवासी की रहने वाली बच्ची गुरुवार की दोपहर बकरी चराने के लिए घर से निकली थी. बताया जाता है कि वह बकरी को लेकर राज बगीचा की ओर चली गयी. जहां उसका पड़ोसी मुस्ताक अपने तीन-चार दोस्तों के साथ आया और जबरदस्ती करने लगा. पहले पीड़िता को पकड़ कर गमछा से मुंह बांध दिया. फिर उसके साथ दुष्कर्म करने बाद उसे बेहोशी हालत में छोड़ कर फरार हो गये.
दुष्कर्म की घटना जब पुलिस के पास पहुंची तो संत घाट मुहल्ला के मुख्य आरोपित मुस्ताक के बौखलाये परिजन पीड़िता के दरवाजे पर पहुंच गये. देर रात पहुंचे आरोपित के परिजनों ने काफी उत्पात मचाया. पीड़िता के परिजनों के थाने में शिकायत करने से वे काफी खफा थे. इसको लेकर मारपीट भी की. पुलिस ने इस मारपीट की घटना को लेकर पीड़िता के पिता के बयान पर जोखू मियां, नंटू मियां, सोनी खातुन व शहिना खातून के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
तीन सदस्यीय टीम बना कर छापेमारी
एसपी सौरभ कुमार साह को जैसे ही इस घटना की सूचना मिली वह खुद इसकी मॉनीटरिंग करने लगे. तुरंत टीम तीन सदस्यीय टीम बना कर छापेमारी शुरू करा दी. पुलिस महज 12 घंटा के अंदर ही मुख्य आरोपी को पकड़ लिया. टीम में नगर थानाध्यक्ष विमलेन्दु कुमार, बैरिया थानाध्यक्ष व विनोद कुमार सिंह आदि शामिल थे.