बेतिया :रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की मौजूदगी में वाल्मीकिनगर में दो दिनों तक चली चिंतन शिविर खत्म हो गयी है. करीब आधे घंटे बाद उपेंद्र कुशवाहा प्रेस करेंगे. हालांकि, चिंतन शिविर से बाहर निकले पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की मानें, तो भाजपा और रालोसपा की करीब पांच साल पुरानी दोस्ती टूटनी तय है. हालांकि, इसकी अधिकारिक घोषणा उपेंद्र प्रेस वार्ता के दौरान कर सकते हैं. लेकिन, शिविर से निकले कई नेताओं ने इसकी पुष्टि की.
मालूम हो कि एनडीए में चल रही तमाम उठा-पटक को लेकर केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा फिलहाल दो दिनों से वाल्मीकिनगर में जमे हुए हैं. वह पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ चिंतन-मनन में जुटे थे. आज का चिंतन शिविर तय समय से 9.30 बजे ही शुरू हो गया. वाल्मीकिनगर स्थित प्रखंड शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (बायट) में आयोजित इस चिंतन शिविर में मीडिया के जाने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है. पार्टी नेताओं के मोबाइल भी बाहर ही रखवा दिये गये हैं. फिलहाल चिंतन शिविर जारी है. वहीं, कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं का मिजाज देखने-पढ़ने के बाद उपेंद्र कुशवाहा कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं.
सूत्रों की मानें तो इस शिविर में जहां भाजपा और जदयू के प्रति कार्यकर्ताओं का आक्रोश झलक रहा है. अमूमन हर वक्ता अपनी भड़ास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर निकाल रहा है. कार्यकर्ताओं का मानना है कि बिहार के ये दोनों नेता नहीं चाहते हैं कि उपेंद्र कुशवाहा की स्थिति बिहार में मजबूत हो. इसी कारण उनकी अनदेखी की जा रही है. करीब ढाई बजे प्रस्तावित प्रेस वार्ता के दौरान उपेंद्र कुशवाहा चिंतन शिविर में हुई बातों को साझा करेंगे. कयास लगाया जा रहा है कि वह कोई अहम घोषणा कर सकते हैं.