पचं : पिकअप पर गिरा हाइवा, एक ही परिवार के आठ की मौत
दुखद. पश्चिमी चंपारण के रामनगर-लौरिया पथ पर हुआ हादसा सात घायलों में तीन की हालत गंभीर, जिला अस्पताल रेफर रामनगर (पचं) : रामनगर-लौरिया मुख्य पथ के बरजगवा गांव स्थित शाही जी के बगीचे के पास शनिवार की सुबह गिट्टी से लदा हाइवा अोवरटेक करने के दौरान पिकअप पर पलट गया. इस घटना में पिकअप पर […]
दुखद. पश्चिमी चंपारण के रामनगर-लौरिया पथ पर हुआ हादसा
सात घायलों में तीन की हालत गंभीर, जिला अस्पताल रेफर
रामनगर (पचं) : रामनगर-लौरिया मुख्य पथ के बरजगवा गांव स्थित शाही जी के बगीचे के पास शनिवार की सुबह गिट्टी से लदा हाइवा अोवरटेक करने के दौरान पिकअप पर पलट गया. इस घटना में पिकअप पर सवार आठ लोगों की मौत हो गयी. सभी एक ही परिवार के हैं. वहीं हाइवा के चालक-उपचालक सहित सात लोग घायल हो गये. इसमें तीन की स्थिति गंभीर बनी हुई है.
मृतकों में शहाबुन नेशा, शाकीर अली, गुलनाज खातून, अरबाज खां, शबीना खातून, रबुला खातून, मुस्कान व बाबू खां शामिल हैं. पिकअप से एक ही परिवार के आठ लोग गौनाहा थाना के माधोपुर बैरिया ओलिमा में जा रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रामनगर-लौरिया मुख्य पथ के बरगजवा गांव के समीप दक्षिण दिशा की ओर से पिकअप वैन और गिट्टी (गर्म रॉ मेटेरियल) से लदा हाइवा रामनगर (उत्तर दिशा) की ओर आ रहे थे. इसी बीच हाइवा ने ओवरटेक कर दिया. उसकी चपेट में पिकअप वैन आ गयी. वह सड़क के बगल में स्थित गड्ढे में पलट गयी. हाइवा का चालक भी अपना संतुलन खो बैठा. हाइवा भी वैन के ऊपर जा गिरा. इससे वैन पर सवार आठ लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी.
हाइवा का चालक लालजी चौधरी और खलासी जियान चौधरी गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घटना के बाद गुस्साये ग्रामीणों ने पुलिस इंस्पेक्टर राजीव कुमार व सैप के चालक बीएस सिंह को खदेड़ दिया. वहीं पुलिस व प्रशासन की गाड़ियों में तोड़फोड़ की.
गुस्साये लोगों की सूचना पर कई थानों की पुलिस पहुंची. घायलों मामले में वैन चालक नुरूल होदा खां के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
दावत में शामिल होने जा रहा था परिवार : एक दूसरे से परिणय सूत्र में बंधने के बाद घायल नुरूल होदा खां का पूरा परिवार गौनाहा थाना क्षेत्र के माधोपुर बैरिया गांव अपने बेटी के घर ओलिमा में शिरकत करने के लिए निकला था. हालांकि, बीते दिन दिनों पूर्व नुरूल होदा ने बेटी की निकाह वहां की थी. उसकी प्रीतिभोज आयोजन में शामिल होने के लिए पूरा परिवार अपने गांव जोगिया बलूई टोला से निकला था.
घटनास्थल पर चारों ओर चीख-पुकार मच गया. खेतों में काम कर रहे ग्रामीण इस भयानक हादसे में लोगों के बचाव के लिए दौड़े परंतु उपरवाले को कुछ और ही मंजूर था और चाहकर भी वहां मौजूद लोग इन मृतकों की मदद नहीं कर सके.