बेतिया : मौसमी सब्जियों पर बारिश की मार पड़ी है. सब्जियां इस कदर महंगी हो गई हैं कि फलों को टक्कर दे रही हैं. दो दिन पहले तक 20 से 30 रुपये प्रति किलो बिकने वाला बैगन अब पपीता के भाव में बिक रहा है तो बोड़ी और परवल अब अंगूर के भाव को छूने में लगे हैं.
लौकी, नेनुआ तो संतरा के दाम के बराबर पहुंच गये हैं. जबकि करेला और भिंडी अब केले के दाम पर मिल रहे हैं. नतीजा लोग सब्जियों के भाव सुनकर यही कहते दिख रहे हैं कि सब्जियों से अच्छा है कि फल खरीदकर खाओ. हालांकि कुछ सब्जियों के दाम यथावत भी है, लेकिन थोक कारोबारियों की माने तो रूक-रूक कर हो रही बारिश की वजह से आने वाले दिनों में मौसमी व हरी सब्जियों में दाम और बढ़ेंगे. मीना बाजार के सब्जी विक्रेता गुलजार मियां ने बताया कि हरी सब्जियों का कोई तय रेट नहीं होता है.
इनके रेट में हर रोज उतार-चढ़ाव लगा रहता है. थोक मंडी में जिस सब्जी की आवक ज्यादा हो जाती है, वह फुटकर में भी सस्ते दाम पर मिलता है. हालांकि बारिश की वजह से कुछ सब्जियों की आवक कम होने लगी है, ऐसे में इनका रेट चढ़ना लाजिमी है. वहीं तीन लालटेन चौक के सब्जी व्यवसायी मुकेश राम ने बताया कि सब्जी का दाम पूरे बाजार में अलग-अलग है. हर जगह एक से दो रुपये रेट में अंतर हैं.
और बढ़े दाम तो बिगड़ेगा किचेन का बजट : शहर के बेलबाग की अर्चना सिंह ने बताया कि बुधवार को बाजार में पहुंची तो सब्जियों के दाम बढ़ हुए थे. ऐसे में उन्हें सब्जियों की खरीदारी में कटौती करनी पड़ी. वहीं मीरा झुनझुनवाला ने बताया कि ऐसे ही दाम बढ़ेंगे और किचन का बजट बिगड़ने लगेगा.
फलों के भाव
सेव 120 रुपये
अनार 80 रुपये
संतरा 60 रुपये
अंगूर 70 रुपये
केला 30 रुपये
पपीता 40 रुपये
नोट. भाव प्रति किलो में