सर्जिकल वार्ड के इंचार्ज को ढूंढ़ती रही टीम

बेतिया : मेडिकल कॉउंसिल ऑफ इंडिया की दो सदस्यीय टीम शनिवार को बेतिया पहुंची और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के पूर्व टीम के पदाधिकारियों ने घंटों बैठकर विभागाध्यक्षों से विभिन्न पहलुओं की जानकारी ली. साथ ही सभी की उपस्थिति की मांग की. टीम में डॉ. जीबी प्रकाश व डॉ. जीए सुनील […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2019 1:54 AM

बेतिया : मेडिकल कॉउंसिल ऑफ इंडिया की दो सदस्यीय टीम शनिवार को बेतिया पहुंची और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के पूर्व टीम के पदाधिकारियों ने घंटों बैठकर विभागाध्यक्षों से विभिन्न पहलुओं की जानकारी ली. साथ ही सभी की उपस्थिति की मांग की. टीम में डॉ. जीबी प्रकाश व डॉ. जीए सुनील कुमार शर्मा शामिल रहे.

इस दौरान टीम ने कॉलेज में बहाल एक-एक व्यवस्था की पड़ताल की. रेडियालॉजी विभाग, लाइब्रेरी, एमआरडी, ओटी, आईसीयू सहित विभिन्न विभागों की जांच की.
टीम ने यहां के संसाधनों व बहाल व्यवस्था का जायजा लिया. मानक के अनुरूप व्यवस्थाओं की पड़ताल की. एमसीआई की ओर से प्राप्त चेक लिस्ट अनुरूप तथा विगत निरीक्षण के दौरान चिह्नित कमियों को कितना फीसदी दूर किया गया, इसकी भी जांच की गयी. सीटी स्कैन मशीन, सेंट्रल स्टेराइल सर्विस डिपार्टमेंट व सेंट्रल ओटी टीम को नहीं मिली. ओटी की स्थिति भी ठीक-ठाक नहीं दिखी. व्यवस्था की पोल उस वक्त खुल गई, जब टीम ने सर्जिकल वार्ड व मेल मेडिकल वार्ड के निरीक्षण करने पहुंचे.
टीम के सदस्य सर्जिकल वार्ड के इंचार्ज को ढूंढ़ते रहे, लेकिन उनसे भेंट नहीं हो सकी. नतीजतन टीम को यहां तैनात एएनएम स्कूल की छात्रों के जवाब से ही संतुष्ट होना पड़ा. टीम के सदस्यों ने मेल मेडिकल में जब मरीजों के आंकड़ों से संबंधित रिपोर्ट पूछा, तो जितने कर्मी उतने आंकड़े बताये. नतीजतन उन्हें यहां बेड पर बैठे और लेटे मरीजों व उनके परिजनों से पूछना पड़ा कि क्या आप मरीज हैं या परिजन.
इसी के आधार पर टीम के सदस्यों ने आंकड़े जुटाए. हालांकि, यही स्थिति कमोब्ेश हर जगह की रही. तैयारी के अभाव में टीम के समक्ष व्यवस्था की पोल खुल गयी. हालांकि इस पर टीम के सदस्य कुछ भी बताने से कतराते रहे. लेकिन उनके चेहरे के भाव बहुत कुछ बताते रहे. ज्ञात हो कि अगले सत्र में नामांकन के पूर्व एमसीआई का निरीक्षण होता है. टीम के सदस्य यह देखते हैं कि फिलहाल कॉलेज की क्या स्थिति हैं.
संबंधित कॉलेज की व्यवस्थाएं कैसी हैं. क्या इस व्यवस्था में अगले 100 सीटों पर नामांकन की स्वीकृति दी जा सकती है. यदि टीम संतुष्ट हुई तो नामांकन का रास्ता साफ हो जाता हैं अन्यथा एमसीआई के आपत्तियों का सामना करना पड़ता है. इसी कड़ी में एमसीआई की टीम ने शनिवार को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया. मौके पर प्राचार्य डॉ. विनोद प्रसाद, डॉ. अवधेश झा, डॉ. विक्टर सल्वा तोरी, डॉ. संतोष कुमार आदि उपस्थित रहे.

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