निर्दलीय के मुकाबले नोटा रहा मतदाताओं की पसंद
बेतिया : लोकसभा चुनाव में जारी परिणामों में नोटा ने इसबार अपनी दमदार उपस्थिति दी है. वाल्मीकिनगर में नोट जहां चौथे नंबर पर रहा है. वहीं पश्चिम चंपारण में नोटा तीसरे पायदान पर अपनी जगह बनाने में कामयाब रहा. आंकड़ों पर नजर डाले तो वाल्मीकिनगर में नोटा को 34 हजार 503 तो पश्चिम चंपारण में […]
बेतिया : लोकसभा चुनाव में जारी परिणामों में नोटा ने इसबार अपनी दमदार उपस्थिति दी है. वाल्मीकिनगर में नोट जहां चौथे नंबर पर रहा है. वहीं पश्चिम चंपारण में नोटा तीसरे पायदान पर अपनी जगह बनाने में कामयाब रहा.
आंकड़ों पर नजर डाले तो वाल्मीकिनगर में नोटा को 34 हजार 503 तो पश्चिम चंपारण में 45 हजार 699 वोट मिले हैं. नतीजा एनडीए, महागठबंधन व वाल्मीकिनगर में बसपा प्रत्याशी को छोड़ अन्य दलीय व निर्दलीय प्रत्याशियों के मुकाबले नोट मतदाताओं की पहली पसंद रहा है. जबकि कई प्रत्याशियों की जमानत जब्त की नौबत आ गई है.
पश्चिम लोक सभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी डा. संजय जायसवाल व रालोसपा प्रत्याशी बृजेश कुशवाहा के बीच सीधी मुकाबला में अन्य सातों प्रत्याशी हवा हो गए. तीसरे नम्बर पर नोटा ने दमदार उपस्थित दर्ज की. यहां के 45 हजार 699 मतदाताओं ने ईवीएम में नोटा बटम दबाया है. कई प्रत्याशी तो चार अंकों में ही सिमट कर रह गए. यहां पर पोस्टल बैलेट में भी 62 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया हैं.
वहीं वाल्मीकिनगर में जदयू के वैद्यनाथ महतो, कांग्रेस के शाश्वत केदार और बसपा के दीपक यादव के बाद किसी को सबसे ज्यादा वोट मिला है तो वह नोटा है. जिसे 34 हजार 503 मतदाताओं ने पसंद किया है. अब राजनीतिक पार्टियों के नेता नोटा का इस्तेमाल करने वाले को उम्मीदवारों से नाराज वोटर बताये जा रहे हैं या फिर किसी खास जाति से इन्हें जोड़ा जा रहा है.