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बहाली में गड़बड़ी पर नपेंगी सीडीपीओ और पर्यवेक्षिका

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By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2019 1:13 AM

पर्यवेक्षिका व सीडीपीओ को कई मामलों में दी चेतावनी

बेतिया : जिलाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने बाल विकास परियोजना में कार्यरत पर्यवेक्षिका एवं सीडीपीओ को हिदायत दी है कि यदि परियोजना में सेविका सहायिका बहाली में मैपिंग करने में किसी प्रकार की लापरवाही उजागर हुई तो कार्रवाई तय है. वे बुधवार को बाल विकास परियोजना के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जिले में आईसीडीएस के तहत सेविका सहायिका बहाली की प्रक्रिया आंरभ की गयी है. प्रक्रिया आंरभ होने के साथ हीं पंचायतों में मैपिंग में अनियमितता बरतने की शिकायतें आनी आंरभ हो गयी है.
यदि जांच में अनियमितता की शिकायतें सही पायी गयी तो संबंधित पर्यवेक्षिका की बर्खास्तगी तय है. डीएम ने सभी सीडीपीओ को मैपिंग पंजी मामले की जांच दो दिनों के अंदर पूरा कर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया. उन्होंने केंद्रों के संचालन में कोताही बरतनेवाले सीडीपीओ पर भी कार्रवाई की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि वे केंद्रो के संचालन का नियमित अनुश्रवण करें. साथ हीं यदि पर्यवेक्षिका केंद्रों के पर्यवेक्षण में लापरवाही बरतती है तो उनपर भी कार्रवाई की जायेगी.
डीएम ने टीएचआर वितरण, पोषाहार वितरण की समीक्षा के साथ हीं प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के प्रगति की भी समीक्षा की. उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एवं मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य के अनुरुप आवेदन संग्रह करने का निर्देश भी दिया. बैठक में उन्होंने पुनः एक सप्ताह के बाद मातृवंदना योजना एवं कन्या उत्थान योजना के मामलों की समीक्षा करने की बात कही.
सेविका बहाली में दूसरे सेक्टर में प्रतिनियुक्त होगी पर्यवेक्षिका : जिलाधिकारी डॉ. देवरे ने स्पष्ट रुप से कहा कि कोई भी महिला पर्यवेक्षिका अपने निर्धारित सेक्टर में सेविका बहाली के आमसभा में प्रतिनियुक्त नहीं रहेगी. बल्कि उन्हें बगल के या प्रखंड के दूसरे सेक्टर में आमसभा के लिए प्रतिनियुक्त किया जायेगा. इसके लिए डीपीओ को उन्होंने सूची तैयार करने का निर्देश दिया.
मनरेगा के तहत बनेगा आंगनबाड़ी केंद्र : जिलाधिकारी ने परियोजना अंतर्गत जहां आंगनबाड़ी केंद्र का अपना भवन नहीं है उसकी सूची सौंपने का निर्देश दिया. उन्होंने बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को कहा कि वे अंचलाधिकारी से समन्वय स्थापित कर यथाशीघ्र भवनहीन केंद्रों की सूची सीओ को सौंपने के साथ हीं जमीन चयन की कार्रवाई पूरी करवायें. ऐसे भवनहीन आंगनबाड़ी केंद्रों का भवन निर्माण मनरेगा की राशि से पूरी करायी जायेगी.

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