भंगहा-इनरवा सड़क पर चार से पांच फुट कीचड़

मैनाटांड़ : सीमा क्षेत्र का अति महत्वपूर्ण सड़क भंगहा-इनरवा जाने वाले मुख्य पथ पर वाहनों का परिचालन ठप हो गया है. यह रोड प्रखंड के इनरवा, खम्हिया, नगरदही, भंगहा, सिसवा धूमाटांड, जसौली आदि दर्जनाधिक गांव के लोगों का आने जाने का इकलौता मुख्य पथ है. इस सड़क में बारिश के बाद कीचड़ हो जाने से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2019 12:56 AM

मैनाटांड़ : सीमा क्षेत्र का अति महत्वपूर्ण सड़क भंगहा-इनरवा जाने वाले मुख्य पथ पर वाहनों का परिचालन ठप हो गया है. यह रोड प्रखंड के इनरवा, खम्हिया, नगरदही, भंगहा, सिसवा धूमाटांड, जसौली आदि दर्जनाधिक गांव के लोगों का आने जाने का इकलौता मुख्य पथ है. इस सड़क में बारिश के बाद कीचड़ हो जाने से यह सड़क पूर्णता बंद हो गयी है. वाहनों को कौन कहे पैदल चलना भी मुश्किल है. सड़क पर चार से पांच फुट कीचड़ हो गया है.

बता दें कि वर्ष 2013 में इंडो नेपाल बॉर्डर रोड का निर्माण शुरू हुआ था. लोगों में आस जगी थी कि थरूहट के लोगों को बेहतर सड़क नसीब होगी, लेकिन यह आज तक निर्माण कार्य अधर में है. संवेदक द्वारा सड़क पर मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है. जिससे बरसात के दिनों में यह सड़क बंद हो गई है. इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है.

आक्रोशित चुन्नू सिंह, राजदेव यादव, वीरेंद्र प्रसाद कुशवाहा, आनंद मिश्रा, सूब्बा आलम, अब्दुल कलाम अंसारी, बलिराम सिंह, हरिनारायण प्रसाद कुशवाहा, मुन्ना दुवरिया, अशोक सूब्बा आदि ने बताया कि इंडो नेपाल बॉर्डर रोड प्रोजेक्ट के तहत मदनपुर जंगल (गोबरहिया) से धूतहा नदी पश्चिम चंपारण के बॉर्डर तक 111 किलोमीटर सड़क बननी थी, लेकिन अधिकारियों के उदासीन रवैए के चलते आज तक यह सड़क नहीं बनी. ग्रामीणों ने इसके निर्माण की मांग जिला प्रशासन से किया है.

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