profilePicture

मॉब िलंचिंग के खिलाफ कई संगठनों का रोषपूर्ण प्रदर्शन

इन घटनाओं को रोकने को लेकर विशेष कानून बनाने की मांगप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीपीएम मोदी YouTube से करते हैं करोड़ों की कमाई, केवल एक वीडियो से हुई 10780560 रुपये की आमदनीNepal Violence : क्या 17 साल में 10 प्रधानमंत्री से त्रस्त नेपाल में होगी राजशाही की वापसी?Jayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2019 2:13 AM

इन घटनाओं को रोकने को लेकर विशेष कानून बनाने की मांग

बेतिया : झारखंड में मॉब लिंचिंग के विरोध में शुक्रवार को शहर के विभिन्न संगठनों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. आक्रोशित लोग झारखंड में मॉब लिंचिंग के शिकार तबरेज के हत्यारों को फांसी की मांग कर रहे थे. बाद में प्रदर्शनकारियों काजी निसार अहमद कासमी के नेतृत्व में जिलाधिकारी को अपना 17 सूत्री मांग पत्र भी सौंपा.
इसके पूर्व जुमे की नमाज के बाद विभिन्न संगठनों के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों का जत्था शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए समाहरणालय पर पहुंचा. जहां तबरेज के हत्यारों काे फांसी देने, मामलों की सुनवाई फास्ट ट्रेक कोर्ट में कराने, इन घटनाओं को रोकने के लिए विशेष कानून बनाने आदि की मांग कर रहे थे.
प्रदर्शनकारियों में शामिल काजी निसार अहमद कासमी, मौलाना अब्दुल करीम कासमी, मुफ्ती नौशाद आलम, मौलाना हसन मोआविया नदवी, मौलाना नजमुदीन कासमी, मौलाना आमिर अरफात कासमी, मौलाना नेयाज अहमद कासमी, प्रो. परवेज आलम, इरशाद अख्तर, रामदास बैठा, वीरेंद्र गुप्ता, कांग्रेस के मो. एजाज आदि ने कहा कि देश में दिन प्रतिदिन विशेष वर्ग के व्यक्ति को टारगेट बनाया जाना बहुत अफसोसजनक है, जो देश के एकता के लिए घातक है.
मॉबलिंचिंग जैसे मामलों को सुनियोजित ढंग से अंजाम देने और दिलाने वाले कदापि अपने मस्तिष्क में ये बात न रखें कि यह आग सिर्फ एक व्यक्ति या विशेष वर्ग तक सीमित रहेगी. बल्कि पूरा समाज इसकी चपेट में आ सकता है. इन लोगों ने इस पर रोक लगाने की मांग की. बाद में प्रदर्शनकारियों के शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें राष्ट्रपति को संबोधित 17 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा.

Next Article

Exit mobile version