पैक्स मतदाता सूची में फर्जीवाड़ा उजागर

बेतिया : पंचायतों में पैक्स चुनाव के मद्देनजर सदस्य बनाने की प्रक्रिया में अनलाइन सदस्य बनने में व्यापक पैमाने पर फर्जीवाड़े का सहारा लिया गया है. जिसका खुलासा भौतिक सत्यापन और अपिलीय सुनवाई के दौरान हुआ है. जिन लोगों ने अपील की थी, उसमें बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है. जिन लोगों ने सदस्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2019 12:55 AM

बेतिया : पंचायतों में पैक्स चुनाव के मद्देनजर सदस्य बनाने की प्रक्रिया में अनलाइन सदस्य बनने में व्यापक पैमाने पर फर्जीवाड़े का सहारा लिया गया है. जिसका खुलासा भौतिक सत्यापन और अपिलीय सुनवाई के दौरान हुआ है. जिन लोगों ने अपील की थी, उसमें बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है. जिन लोगों ने सदस्य बनने के लिए आवेदन दिए थे, उनमें सत्यापन के दौरान 90 फीसद आवेदन पत्र फर्जी पाए गए हैं.

सहायक निबंधक सहयोग समितियां मिथिलेश कुमार ने बताया कि उनके कार्यालय में बुधवार तक बारी-बारी से सत्यापन का काम किया गया. मंगलवार तक के जो आंकड़े उपलब्ध हुए हैं, उसके अनुसार 450 अपीलीय वाद की सुनवाई में 90 फीसदी मामले संदिग्ध पाए गए है. फर्जीवाड़े का खुलासा सहायक निबंधक के सख्ती तथा आवेदन के हस्ताक्षर व अपीलिए वाद के दौरान रजिस्टर पर हस्ताक्षर के मिलान में काफी अंतर से हो रहा है. 40 फीसदी आवेदन पर हस्ताक्षर है, लेकिन अपीलिय वाद के दौरान रजिस्टर पर हस्ताक्षर के बदले आवेदक के द्वारा अंगूठे का निशान लगाया जा रहा है.
जबकि 50 फीसद आवेदक सत्यापन के समय उपस्थित नहीं हो सके. जिनकी उपस्थिति हुई भी, उनमें भी कई खामियां पाई जाने के चलते उसे निरस्त कर दिया गया. ऐसे में 10 फीसद ही आवेदकों के आवेदन सही पाए गए. जिला सहकारिता पदाधिकारी सह निबंधक सहयोग समितियां श्री कुमार ने बताया कि 100 से ज्यादा आवेदनों में एक ही प्रस्तावक के हस्ताक्षर किए गए थे. जबकि सदस्यता के लिए कम से कम दो प्रस्तावकों की जरूरत होती है.
सत्यापन के समय अपनी गलती के उजागर होने के चलते कईयों ने सत्यापन से अपने को दरकिनार कर लिया है. सत्यापन के समय 350 आवेदकों में से 50 प्रतिशत आवेदक ही उपस्थित हो रहे है. जबकि हस्ताक्षर की जगह सत्यापन के समय अंगूठा का निशान बनाया जा रहा है. सत्यापन के समय कई मामले ऐसे पाए गए, जिन्होंने आवेदन पर हस्ताक्षर किया है, लेकिन सत्यापन के समय अंगूठा का निशान बनाया है.

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