चचेरे भाई से पत्नी की नजदीकियों पर संतोष को था ऐतराज
सिकटा में गोली मार हत्या करने के मामले में पत्नी की भूमिका संदिग्ध, पूर्व में प्रेमी के साथ चली गयी थी दिल्ली घटनास्थल से एफएसएल टीम ने जुटाये सैंपल, हिरासत में लिये गये पत्नी व उसके चचेरे देवर से पूछताछ में जुटी पुलिस सिकटा : बार्डर चौक के संतोष की गोली मार हत्या के मामले […]
सिकटा में गोली मार हत्या करने के मामले में पत्नी की भूमिका संदिग्ध, पूर्व में प्रेमी के साथ चली गयी थी दिल्ली
घटनास्थल से एफएसएल टीम ने जुटाये सैंपल, हिरासत में लिये गये पत्नी व उसके चचेरे देवर से पूछताछ में जुटी पुलिस
सिकटा : बार्डर चौक के संतोष की गोली मार हत्या के मामले में भले ही पुलिस अभी अनुसंधान के बाद खुलासे की बात कह रही है, लेकिन संतोष और उसकी पत्नी के बीच खराब चल रहे संबंध इस मामले की पूरी कहानी बयां कर रहे हैं. पति-पत्नी के बीच आये दिन विवाद होना, पत्नी का अलग कमरे में रहना और चचेरे देवर से पत्नी की जगजाहिर नजदीकियां संतोष की हत्या में इनकी संलिप्तता का इशारा कर रहे हैं. परिजन भी इसी बात पर जोर दे रहे हैं कि संतोष की हत्या में उसकी पत्नी और चचेरे भाई कुंदन का ही हाथ है.
ऐसा नहीं है कि यह आरोप अचानक लगे हैं, बल्कि इसकी पृष्ठभूमि जुलाई माह में तब तैयार हो गई थी. जब संतोष की पत्नी बबिता अपने चचेरे देवर कुंदन के साथ जेवर, नगद व सामान के साथ दिल्ली चली गई थी. मामला सिकटा थाने में पहुंचा और पत्नी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप संतोष ने लगाया था. इसी बीच पत्नी बबिता की ओर से संतोष को तलाक की नोटिस भी भेजी गई थी.
हालांकि पुलिस ने सुलह-समझौता कराकर दोनों को साथ रहने के लिए राजी कर दिया, लेकिन इतना होने के बाद आपसी संबंधों के बीच पड़ी खटास इस दंपत्ति कही खुशहाल जिंदगी में बोझ बन गई. ग्रामीणों की माने तो इस बात को लेकर पति-पत्नी में अक्सर लड़ाई होती थी. संतोष को अपनी पत्नी का चचेरे भाई के साथ बातचीत करना बिल्कुल भी पसंद नहीं था. उसे इस रिश्ते पर ऐतराज था, लेकिन इसके बाद भी वह अक्सर कुंदन से मिला जुला करती थी. संबंध इस कदर खराब होते गये कि एक ही घर में रहकर दोनों अलग रहने लगे.
मोटर वाहन रिपेयरिंग सेंटर चलाता था संतोष : संतोष सिकटा में मोटर वाहन रिपेयरिंग सेंटर चलाता था. अच्छे स्वभाव के चलते बाजार में उसके अच्छे संबंध व साख थे. उसके एक बेटा और बेटी है. घटना के बाद मृतक की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. ग्रामीणों ने बताया कि संतोष एक अच्छा इंसान था. बाहर में उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. इसके बाद भी अपराधी ऐसी घटना को अंजाम दे दिए. घटना की सूचना के बाद सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण महिला और पुरुष घटनास्थल पर पहुंचे. बता दें कि संतोष का चचेरा भाई कुंदन भी गैराज चलाता है.
पत्नी ने नहीं बतायी हत्या की बात, शव के पास बैठ कर सिसकती रही : परिजनों ने बताया कि बुधवार अहले सुबह 7 बजे संतोष की 4 वर्षीय बेटी रागनी अपने पापा से पैसा मांगने गई, तो उसने देखा कि पापा के माथे से खून बह रहा है और पैर के पास मम्मी बैठ कर रो रही है. पोती के जानकारी देने के बाद परिजनों को इसका पता चला. लेकिन पत्नी ने हत्या की जानकारी किसी को नहीं दी और न ही उसके बिलखने की आवाज किसी ने सुनी. वह शव के पास बैठ सिसकती रही.
गोली की आवाज नहीं सुनाई देना गहरी साजिश का इशारा : पुलिस सूत्रों की माने तो घटनास्थल से जुटाये गये साक्ष्य संतोष की साजिशन हत्या का इशारा कर रहे हैं. मसलन पहले से ही इसकी पटकथा लिख दी गई थी. रात में चली गोली का आवाज नहीं सुनाई देना और शव का कमरे में बिस्तर पर मिलना इसमें साजिश दर्शा रहे हैं. फिलहाल पुलिस हर बिंदु पर तफ्तीश में जुटी है.
घटनास्थल का पुलिस पदाधिकारियों ने लिया जायजा : घटना की सूचना पर एसपी निताशा गुड़िया के अलावे डीएसपी सूर्यकांत चौबे, पुलिस निरीक्षक भारतेंदु प्रसाद देव, थानाध्यक्ष राजेश कुमार झा, बलथर थानाध्यक्ष विवेक कुमार जायसवाल सदल बल घटनास्थल पर पहुंचे. इस मामले में मृतक के पिता ओमप्रकाश प्रसाद के फर्द बयान पर पुलिस कार्रवाई कर रही है. घटना को लेकर बाजार के लोग सकते में हैं.