शहर में चाय-नाश्ते के दुकानदारों के चूल्हा जलाने पर लगेगा ब्रेक

प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के सदस्य सचिव के निर्देश पर सर्वेक्षण का आदेश नगर विकास विभाग ने नप प्रशासन से एमआईएस फॉर्मेट में मांगी सर्वे रिपोर्ट बेतिया : प्रदूषण नियंत्रण पर्षद माइक्रो मैनेजमेंट(सूक्ष्म स्तरीय प्रबंधन) के माध्यम से प्रदूषण पर सख्त है. पर्षद के सदस्य सचिव ने शहरी क्षेत्र के चौक चौराहों या सड़क के किनारे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2020 12:29 AM

प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के सदस्य सचिव के निर्देश पर सर्वेक्षण का आदेश

नगर विकास विभाग ने नप प्रशासन से एमआईएस फॉर्मेट में मांगी सर्वे रिपोर्ट

बेतिया : प्रदूषण नियंत्रण पर्षद माइक्रो मैनेजमेंट(सूक्ष्म स्तरीय प्रबंधन) के माध्यम से प्रदूषण पर सख्त है. पर्षद के सदस्य सचिव ने शहरी क्षेत्र के चौक चौराहों या सड़क के किनारे चाय- नास्ता की दुकानों या ठेला आदि पर चूल्हा अथवा अंगीठी जलाने में लकड़ी या कोयले का उपयोग कर रहे लोगों पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया है.

ऐसा करने वालों की सर्वेक्षण रिपोर्ट एमआईएस (मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम) फॉरमेट के माध्यम से अविलंब रिपोर्ट भेजने को कहा है. अंगीठी व चूल्हा जला कर रोजगार कर रहे लोगों को रियायती या अनुदानित रूप में एलपीजी का सिलिंडर उपलब्ध कराने तथा ऐसा नहीं करने की स्थिति में ऐसे कारोबारियों को विभिन्न देय करो में छूट देने का निर्देश है.इधर नप के कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि नगर विकास विभाग सहायक निदेशक के आदेश के आलोक में शीघ्र की वार्ड जमादारों के माध्यम से सर्वेक्षण कराया जायेगा. इसके बाद एमआईएस फॉरमेट में विभाग को रिपोर्ट भेजी जायेगी.

शहरी पर्यावरण संरक्षण में सबका योगदान जरूरी : गरिमा. नप सभापति गरिमा सिकारिया ने बताया कि पर्यावरण का बिगड़ते संतुलन के खतरनाक स्तर को भी पार करने लगा है. इस स्थिति में सुधार से लेकर पर्यावरण संरक्षा तक हम सबकी साझा जिम्मेदारी है. सभापति श्रीमती सिकारिया ने कहा कि केवल सरकारी संस्थानों या एजेंसियों की पहल से पर्यावरण को बचाना सम्भव नहीं है. एक एक नागरिक को इसके प्रति संवेदनशील और ततपर बनना होगा.

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