दिल्ली में कोचिंग जाने के क्रम में आ गयी थी ट्रेन की चपेट में
मझौलिया : शुक्रवार की शाम रोहिणी रानी का शव घर पहुंचते ही कोहराम मच गया. उसके पिता प्रदीप कुमार सिंह एलआईसी एजेंट है. हालही में दिल्ली के बीए में डीयू कॉलेज में नामांकन कराया था. वह आईएस की तैयारी के लिए कोचिंग करने जा रही थी. इसी दौरान ट्रेन के चपेट में आ गई जिससे दर्दनाक घटना घटी.
रोहिणी की मां सरोज देवी आंगनबाड़ी सेविका है. जिसके बड़े पुत्र 22 वर्षीय पंकज कुमार सिंह एवं छोटी पुत्री 16 वर्षीय ब्यूटी कुमारी बेतिया में ही अपने माता-पिता के साथ संतरेसा के समीप डेरा लेकर पठन-पाठन किया करते हैं सभी का रो रो कर बुरा हाल है. इधर मृतका के 80 वर्षीय दादा मुंशी सिंह तथा उनके परिजनों को सांत्वना देने के लिए लोगों का ताता लगा हुआ है.
बताते चलें रोहिणी रानी संतरेसा विद्यालय बेतिया से मई 2019 में 463 अंक इंटर में लाकर बिहार टॉपर बनी थी. जिसको लेकर बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ था. यही दरवाजा है जो वर्ष 2019 में बधाइयां देने वाली लोगों का ताता लगी थी. आज वही दरवाजा रोहिणी रानी के गम में गमगीन है.
बता दें कि परिवार को भी रोहिणी की स्टेट टॉपर आने पर आगे बढ़ने की बहुत आस जगी थी, लेकिन आज वह चिराग बुझ चुका है. सबकी अरमाने बिखर गई है. एक तरह से माने तो रोहिणी की मौत के बाद दीपक जैसे बुझ जाता है वैसे सेनवरिया गांव में अंधेरा छाया हुआ दिख रहा है.