चनपटिया : सब कुछ ठीक ठाक रहा तो 2014 के अंत तक प्रखंड के दर्जनों गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा. इसकी कवायद प्रारंभ की जा चुकी है.
प्रस्तावित योजना के तहत पीएचइडी विभाग की ओर से भूगर्भ जल संरक्षण योजना के तहत दक्षिणी घोघा पंचायत के घोघा घाट पर जल शोधन प्लांट स्थापित किया जायेगा. जिससे सिकरहना नदी के पानी को शुद्ध कर पीने योग्य बनाया जायेगा. विश्व बैंक के सहयोग से संचालित की जाने वाली इस महत्वाकांक्षी योजना के कार्यान्वयन हेतु मंगलवार की शाम विश्व बैंक के सीनियर टेक्नीशियन विनय कुमार माथुर व मनु प्रकाश ने घोघा घाट का निरीक्षण किया.
इस संबंध में पीएचइडी के अधीक्षण अभियंता विमल कुमार सिंह ने बताया कि सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना राज्य के बेतिया, नालंदा, नवादा, बेगूसराय समेत दस जिलों में शुरू की गयी है. जिसमें प्रथम चरण में राज्य का यह पहला स्थान है जहां जल शोधन प्लांट लगाया जाना है. पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता चंदेश्वर राम ने बताया कि इस जलापूर्ति योजना से चनपटिया प्रखंड के दक्षिणी घोघा व गीधा तथा मझौलिया प्रखंड के रतनमाला पंचायत के करीब 42 गांवों के 50 हजार से ज्यादा आबादी को शुद्ध पेय जल उपलब्ध हो सकेगा.
* जल शोधन प्लांट स्थल का विश्व बैंक के अधिकारियों ने लिया जायजा
* घोघा घाट पर जल शोधन प्लांट स्थापित होगा
* सिकहरना नदी के पानी को शुद्ध कर पीने योग्य बनाया जायेगा