* नकारा बना पूछताछ काउंटर, हो रही परेशानी
बेतिया : मॉडल स्टेशन का दर्जा प्राप्त बेतिया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को बेहतर सुविधा देने का विभाग भले ही लंबे-चौड़े दावे करता हो, लेकिन हकीकत कुछ और ही है.
कर्मियों की मनमानी से स्टेशन का पूछताछ काउंटर बिल्कुल ही नकारा साबित हो रहा है. रेलगाड़ियों से संबंधित जानकारी के लिए यात्री पूछताछ काउंटर के फोन पर घंटी करते रह जाते हैं लेकिन फोन को रिसीव करने की जहमत रेलकर्मी नहीं उठाते. पूछताछ काउंटर पर लगाया गया डिसप्ले बोर्ड भी अधिकांशत: रेलगाड़ियों के आवागमन से संबंधित पुरानी जानकारियों को ही दरसाता रहता है.
यदि कोई यात्री बोर्ड पर लिखे समय सारणी के अनुसार कार्य करे तो उसका ट्रेन छूट जाता है. पूछताछ कर्मियों की मनमानी का आलम यह है कि अधिकांशत: पूछताछ काउंटर बंद रहता है. यह अगर खुलता भी है तो यात्रियों को रेल के आवागमन से संबंधित जानकारी नहीं मिल पाती है. रेलवे स्टेशन जिला मुख्यालय में होने की वजह से उसपर यात्रियों का भारी दबाव रहता है. लेकिन पूछताछ काउंटर की व्यवस्था लचर होने से यात्रियों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है.
* बजती रहती है घंटी
काउंटर पर लगा फोन बेतरतीब बजता रहा, फोन उठाने वाला कोई नहीं था. पूछताछ काउंटर पर खड़ी मालती देवी ने बतायी कि घर से निकलने से पहले गाड़ी की पता करने के लिए फोन मिलाया था. मगर कई घंटी बजने के बावजूद कोई फोन नहीं उठाया. नरकटियागंज जाना है, लेकिन पता नहीं गाड़ी कहां है.
म इमाम, नसरुद्दीन व दीपक श्रीवास्तव ने कर्मियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि फोन करने पर घंटी बजती रहती है, मगर कोई फोन उठाता नहीं है.
* टिकट किये वापस
गाड़ी का निर्धारित समय देख कर कई यात्रियों ने टिकट खरीद लिया था. मगर जानकारी के अभाव में टिकट वापस कर यात्री बस से जाना उचित समझे. यात्रियों में प्रिय रंजन सिंह, शंकर महतो आदि ने बताया कि गाड़ी कहां है और कब आयेगी इसका कोई ठिकाना नहीं मिला. इसलिए टिकट वापस कर बस से जाना उचित समझा.
* बोले अधीक्षक
स्टेशन अधीक्षक बच्चा राम ने बताया कि यात्रियों के सुविधा के लिए विभाग कृतसंकल्पित है. पूछताछ काउंटर से संबंधित मिल रही शिकायतों की जांच कर संबंधित कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी. मगर इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी.