नरकटियागंज, बेतियाः गुरु-शिष्य रिश्तों को कलंकित करनेवाले प्रधान शिक्षक को बरखास्त कर दिया गया है. बरखास्त प्रधान शिक्षक का नाम लालबाबू तिवारी है. एसडीएम विजय कुमार पांडेय की जांच रिपोर्ट पर यह कार्रवाई की गयी है.
एसडीएम श्री पांडेय ने बताया, प्रधान शिक्षक पर आरोप था कि वह विगत छह माह से अपने स्कूल में कक्षा आठ में पढ़नेवाली एक छात्रा का यौन उत्पीड़न कर रहे थे. प्रधान शिक्षक ने छात्र को धमकी दी थी, यदि वह उसकी बात नहीं मानेगी तो वे उसके टीसी में लाल स्याही लगा देंगे. प्रधान शिक्षक की हरकतों के बारे में छात्रा ने अपने परिजनों को जानकारी दी. इसके बाद साठी थाने में इसको लेकर रिपोर्ट दर्ज करायी
गयी थी.
जांच के दौरान यह बात भी सामने आयी थी- प्रधान शिक्षक ने मोबाइल पर छात्रा से घिनौनी बातें कर रहा था. इस घटना के बाद से छात्र ने स्कूल आना बंद कर दिया था. वहीं, जब इस बारे में लोगों को पता चला था तो उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया था. इन लोगों की मांग थी, आरोपित प्रधान शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये.
मामले की जांच पहले लौरिया बीडीओ को सौपी गयी थी, लेकिन इसकी गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने खुद जांच की थी. वह स्कूल पहुंचे थे. वहां, उन्होंने सभी पक्षों से बात की थी. साथ ही बीडीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम ने प्रधान शिक्षक को बरखास्त करने की सिफारिश की थी. एसडीओ की रिपोर्ट पर ही डीएम ने प्रधान शिक्षक को बरखास्त करने की कार्रवाई की है.
एसडीओ ने स्कूल में फिर से पढ़ाई की पहल की थी. उन्होंने इसको लेकर ग्रामीणों से बात की थी. इसी स्कूल के एक सहायक शिक्षक रवींद्र नाथ चौबे पर छात्रों से तेल मालिश कराने का आरोप है. आरोपित शिक्षक रवींद्र को भी स्कूल से हटाया जा रहा है. उनका तबादला किये जाने की अनुसंशा की गयी है.
मोबाइल से हुआ था खुलासा
नरकटियागंजः प्रधान शिक्षक की करतूतों का पोल मोबाइल के ऑडियो क्लिप से खुल गयी. 19 जून को एक लड़के ने छात्र के साथ मोबाइल पर शिक्षक द्वारा की गयी ईल बात को कई लोगों को सुनाया. 21 जून को छात्र ने साठी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. फिर गुरु-शिष्य के रिश्ते को दागदार करने वाले शिक्षक के प्रति इलाके में आक्रोश पनप गया. एक जुलाई को ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. गरमी की छुट्टी के बाद जब विद्यालय खुला तो एक भी छात्र विद्यालय नहीं गये.
दो जुलाई को अनुमंडल पदाधिकारी ने लौरिया बीडीओ को जांच के लिए भेजा. मामला काफी गंभीर हो गया था, इसलिए एसडीएम स्वयं जांच करने उस विद्यालय में पहुंच गये. पूरे मामले की विस्तृत जांच कर डीएम को प्रतिवेदन भेजा. उस प्रतिवेदन के आलोक में एसडीएम ने बताया कि आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है.