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फायरिंग की हो सीबीआइ जांच

बेतिया/ हरनाटांड़ः नौरंगिया गोलीकांड की सीबीआइ जांच की मांग थरुहट के लोगों ने की है. इनका कहना है, सीबीआइ जांच के साथ उन पुलिस अधिकारियों व सिपाहियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए, जो गोलीकांड के लिए दोषी हैं. इन्हें नौकरी से भी बरखास्त किया जाना चाहिए. थरुहट व दोन के लगभग पचास गांवों के प्रमुख लोग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:56 PM

बेतिया/ हरनाटांड़ः नौरंगिया गोलीकांड की सीबीआइ जांच की मांग थरुहट के लोगों ने की है. इनका कहना है, सीबीआइ जांच के साथ उन पुलिस अधिकारियों व सिपाहियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए, जो गोलीकांड के लिए दोषी हैं. इन्हें नौकरी से भी बरखास्त किया जाना चाहिए. थरुहट व दोन के लगभग पचास गांवों के प्रमुख लोग गुरुवार को कटहरवा में हुई श्रद्धांजलि सभा में जुटे. इसमें फायरिंग में मारे गये लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गयी.

भारतीय थारू कल्याण महासंघ व उरांव महासभा की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था. इसमें कहा गया, फायरिंग में मारे गये लोगों के एक आश्रित को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए. इसकी मांग थरुहट के लोग पहले से करते रहे हैं. सभा के दौरान लोगों में आक्रोश भी देखने को मिला.

आक्रोश पंद्रह जून से लापता चंद्रेश्वर का कोई पता नहीं चलने को लेकर था. इनका कहना था, अगर एक सप्ताह में चंद्रेश्वर का पता नहीं लगाया गया तो यह लोग वाल्मीकिनगर से लेकर मैनाटांड़ तक पुलिस थानों का घेराव करेंगे. सभा में अन्य लोगों ने कहा, नदी के किनारे जो खून मिला था, उसे जांच के बाद पुलिस जानवर का बता रही है. पुलिस को यह बताना चाहिए, आखिर वह किस जानवर का खून था.

सभा में पिछले दिनों आयोजित विकास शिविर की आलोचना की गयी. कहा गया, विकास शिविर के सहारे प्रशासन हम लोगों के जख्म पर मरहम लगाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हम जानते हैं. हम लोग शांति समिति की बैठक को नहीं मानते हैं.

कटहरवा में बनेगा स्मारक स्थल
बैठक में निर्णय लिया गया, पुलिस की गोली से मारे गये लोगों की याद में कटहरवा में स्मारक स्थल बनाया जायेगा. स्मारक स्थल पर मारे गये लोगों की प्रतिमा स्थापित की जायेगी. हर साल 24 जून को थरुहट व दोन में काला दिवस मनाया जायेगा. भारतीय कल्याण महासंघ के शैलेंद्र गढ़वाल ने बताया, 14 दिसंबर 1994 को गोबरहिया के नरकटियादोन में अपराधियों ने नरसंहार किया था. 24 जून 2013 को तो आम जनता की सेवा करने के लिए तैनात पुलिस कर्मियों ने ही नरसंहार कर दिया.

मानवाधिकार से शिकायत
गोलीकांड की शिकायत मानवाधिकार आयोग से करने का भी निर्णय लिया गया. बैठक में राजपुर,चौपारण, दोन, जमौली, चेंगवन एवं रामगीर बारहगांवा तपा के सैकड़ों गुमस्ता व प्रतिनिधि समेत प्रेम नारायण गढ़वाल, शैलेंद्र गढ़वाल, नंदलाल महतो, दीप नारायण प्रसाद, जयनेश्वर महतो, महेश्वर काजी, राजकुमार महतो, डा. केएम राय, डा. राजू प्रसाद, शीतल महतो, राजेश उराव, गोरख उराव, जगरनाथ उराव, हेमराज पटवारी, चंदू प्रसाद उपस्थित रहे.

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